इंदौर की देवी अहिल्या विश्वविद्यालय का प्रबंधन भले ही बेहतर इंतजाम के लाख दावे करे लेकिन जनसुनवाई में आने वाली समस्याएं और प्रकरण प्रबंधन की पोल खोल देते हैं। आज हुई जनसुनवाई में भी कुछ ऐसा ही नजारा दिखा, जहां गोपनीय विभाग के एक कर्मचारी ने पिछले 2 महीने से अपने बिल का भुगतान नहीं होने पर हाथ की नस काट ली। गोपनीय विभाग के कई कर्मचारियों के ट्रेवलिंग बिल का भुगतान कई महीनों से नहीं किया गया है। ये सभी कर्मचारी जनसुनवाई में पहुंचे और जब अधिकारियों ने इनकी नहीं सुनी तो हंगामा किया। इसी बीच एक कर्मचारी ने हाथ की नस काट ली, उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। उसकी पेंडिंग फाइल भी तुरंत ही साइन कर दी गई। इधर कर्मचारियों ने ऑडिट विभाग के अधिकारियों पर भष्टाचार और रिश्वतखोरी का आरोप भी लगाया है। कर्मचारियों की मानें तो कई फाइल गायब हैं और उनका कोई हिसाब ही नहीं है। वहीं कुलपति ने जल्द ही पेंडिंग मामलों के निपटारे का भरोसा दिया है।