(JP Power Share Price, Image Credit: Meta AI)
JP Power Share Price: मंगलवार, 8 जुलाई 2025 को कर्ज में डूबे जयप्रकाश एसोसिएट्स की सहायक कंपनी जयप्रकाश पावर वेंचर्स (JP Power) के शेयरों ने बाजार में शानदार प्रदर्शन किया। सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन कंपनी के शेयरों ने 23.84 रुपये के स्तर को छूकर 52 सप्ताह का हाई दर्ज किया। हालांकि, इसके तुरंत बाद मुनाफावसूली के चलते शेयर 23 रुपये से नीचे लुढ़क गया। गौरतलब है कि कभी जेपी पावर शेयर जनवरी 2008 में 143.40 रुपये तक भी पहुंच चुका है और अब यह करीब 84% की छूट पर कारोबार कर रहा है। फिर भी, बाजार विश्लेषक इस स्टॉक को लेकर सकारात्मक हैं और इसमें आने वाले समय में बड़ी उछाल की संभावना जताई है।
जेपी पावर के शेयर ने बीते कुछ सप्ताह में निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। जुलाई 2025 में अब तक केवल 6 कारोबारी सत्र में ही यह 25% से अधिक उछल चुका है। पिछले दो महीनों में इसकी तेजी 74% से ज्यादा रही है। पूरे वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक कंपनी का शेयर 67.3% बढ़त बना चुका है, जबकि इसी अवधि में निफ्टी 50 इंडेक्स केवल 8.2% बढ़ा है। इस मजबूती के बावजूद स्टॉक अपने ऑल-टाइम हाई से बहुत नीचे है, जो कुछ निवेशकों के लिए इसे लंबी अवधि के लिए अवसर बना सकता है।
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रोकरेज फर्मों ने जेपी पावर के शेयर का टारगेट प्राइस 34.30 रुपये तय किया है। इसका मतलब है कि मौजूदा स्तर से इस शेयर में करीब 50% तक की बढ़ोतरी देखी जा सकती है।वहीं शेयर का सपोर्ट प्राइस 21.55 रुपये और ब्रेकआउट जोन 23.90 रुपये, 25.54 रुपये, 27.75 रुपये और 31.60 रुपये है। जिसके बाद एक्सपर्ट का मानना है कि अगर शेयर इन स्तरों को पार करता है तो इसमें जबरदस्त उछाल देखने को मिल सकता है।
कंपनी के मार्च 2025 तिमाही के नतीजे कमजोर रहे। इस तिमाही में शुद्ध मुनाफा 73% गिरकर 155.67 करोड़ रुपये रह गया। पिछले वर्ष इसी अवधि में कंपनी ने 588.79 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था। इसके बावजूद, शेयर में हालिया उछाल की बड़ी वजह है मूल कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स के खिलाफ चल रही दिवालियापन की प्रक्रिया। इस मामले में अडानी समूह ने 12,500 करोड़ रुपये की बोली लगाई है और वह सबसे आगे बताया जा रहा है। डालमिया ग्रुप भी इस रेस में शामिल है, जिससे निवेशकों की उम्मीदें और ज्यादा बढ़ गई हैं।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।