(MIC Electronics Share Price, Image Credit: IBC24 News Customize)
MIC Electronics Share Price: सप्ताह के दूसरे ट्रेडिंग सत्र यानी मंगलवार, 15 जुलाई 2025 को बाजार में अच्छी रिकवरी देखने को मिली है। इस रिकवरी के माहौल में कुछ पेनी स्टॉक्स भी रॉकेट की तेजी से बढ़े हैं। ऐसा ही एक स्टॉक है एमआईसी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड। इस कंपनी के स्टॉक की कीमत 60 रुपये से भी कम है। आज एमआईसी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के शेयर में 5% से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई और इसकी कीमत 53.50 रुपये तक पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि बड़े ऑर्डर बुक के कारण एमआईसी इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयर की अच्छी डिमांड रही है।
मंगलवार, 15 जुलाई 2025 को एमआईसी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने स्टॉक एक्सचेंज से जानकारी दिया कि उन्हें रेलवे से एक बड़ा ऑर्डर प्राप्त हुआ है। इसके जरिए कंपनी को पलक्कड़ डिवीजन एसएंडटी, रेलवे डिवीजनल ऑफिस, सिग्नल एंड टेलीकम्युनिकेशन ब्रांच, पलक्कड़ से स्वीकृति पत्र मिला है। इसके तहत कन्नूर स्टेशन पर आईपीआईएस सिस्टम की आपूर्ति, स्थापना, परीक्षण और कमीशनिंग का कार्य किया जाना है। यह ऑर्डर कुल 128 करोड़ रुपये का है। इस ऑर्डर को स्वीकृति पत्र मिलने की तिथि से 6 महीने के भीतर पूरा किया जाना है।
अगर कंपनी के जून तिमाही नतीजे की बात करें तो कुल बिक्री 11.61 करोड़ रुपये रहा है। एक वर्ष पहले की इसी तिमाही में बिक्री 8.38% बढ़कर 10.71 करोड़ रुपये हो गया और शुद्ध मुनाफा 1.67 करोड़ रुपये रहा। यह एक वर्ष पहले की इसी तिमाही में 15.17% फिसलकर 1.97 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एबिटा 4.25 करोड़ रुपये है। एक वर्ष पहले की इसी तिमाही के मुकाबले 51.25% फिसल गया।
अगर एमआईसी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड शेयर के 52 हफ्ते के प्रदर्शन की बात करें तो इसका 52 सप्ताह का लो लेवल 49.50 रुपये है। वहीं, इसका 52 सप्ताह का हाई लेवल 114.79 रुपये है। शेयर ने इस स्तर को पिछले वर्ष छू लिया था। जबकि, 52 हफ्ते का लो इसी वर्ष अप्रैल में रहा था।
जून 2025 तक एमआईसी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी घटकर 62.06% रह गई है, जो मार्च तिमाही में 66.48% थी। वहीं, मार्च में पब्लिक शेयरहोल्डिंग 33.52% थी, जो अब बढ़कर 37.94% हो गई है। यानी हाल के महीनों में प्रमोटर्स ने अपनी कुछ हिस्सेदारी कम की है, जबकि पब्लिक इन्वेस्टर्स की हिस्सेदारी में बढ़ोतरी हुई है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।