(Defence Stock / Image Credit: IBC24 News Customize)
Defence Stock: भारत के डिफेंस सेक्टर के लिए सोमवार का दिन ऐतिहासिक साबित हुआ। भारत की सरकारी कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (Bharat Electronics Ltd) और फ्रांस की साफ्रान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड डिफेंस (Safran Electronics & Defence) ने HAMMER बम बनाने के लिए समझौता किया। इस बम का निर्माण भारत में ही होगा और इसका उपयोग राफेल और तेजस विमान के लिए किया जाएगा।
इस वर्ष फरवरी में दोनों कंपनियों ने MoU साइन किया था। इसके तहत BEL और साफ्रान मिलकर एक नई कंपनी बनाएंगी, जिसमें दोनों की हिस्सेदारी 50-50 प्रतिशत होगी। शुरुआती चरण में बम के कुछ पार्ट्स फ्रांस से आएंगे, लेकिन आने वाले समय में बम का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा भारत में ही तैयार किया जाएगा। बम की असेंबलिंग, टेक्टिंग और क्वालिटी चेक BEL की जिम्मेदारी होगी।
HAMMER बम हर मौसम में प्रभावी रहेगा और इसकी मारक क्षमता लगभग 70 किलोमीटर है। यह बम तीन वर्जन में उपलब्ध होगा: 250 किलो, 500 किलो और 1000 किलो। इसकी विशेषताएं इस प्रकार हैं- जैमर सिस्टम को भी धोखा दे सकता है। काफी कम ऊंचाई से फायर किया जा सकता है। निशाना लगाने की क्षमता बेहद सटीक है।
HAMMER बम के समझौते के बाद BEL के शेयरों में मंगलवार को 1% से अधिक की तेजी देखी गई। बीएसई में शेयर 406 रुपये के लेवल पर खुला और दिन के इंट्रा-डे हाई 412.40 रुपये पर पहुंच गया। कंपनी का 52-सप्ताह हाई 436 रुपये और 52-सप्ताह लो 240.25 रुपये है। बीईएल का मार्केट कैप लगभग 3 लाख करोड़ रुपये के आसपास है।
| Parameter | Value |
| Current Price | 410.20 INR (+6.40 / 1.58%) |
| Open | 406.50 INR |
| High | 412.40 INR |
| Low | 406.00 INR |
| Market Cap | 3.00 LCr |
| P/E Ratio | 52.66 |
| Dividend Yield | 0.59% |
| 52-Week High | 436.00 INR |
| 52-Week Low | 240.25 INR |
| Quarterly Dividend Amt | 0.61 INR |
2025 में बीईएल के शेयरों में 38% की बढ़त देखी गई। एक साल में कंपनी के शेयर 39% बढ़े हैं, जबकि पिछले 5 साल में शेयरों में 1043% की जबरदस्त उछाल आया है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।