(Railtel Share Price, Image Credit: IBC24 News Customize)
Railtel Share Price: रेलटेल को बिहार शिक्षा परियोजना परिषद से पीएम श्री योजना के तहत 210 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है। यह ऑर्डर डिजिटल बुनियादी ढांचे और सेवाओं की आपूर्ति से जुड़ा है, जिसका उद्देश्य राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारना है।
Railtel Share Price: रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड को बिहार शिक्षा परियोजना परिषद से 210 करोड़ रुपये का बड़ा ऑर्डर मिला है। यह ऑर्डर पीएम श्री योजना के तहत राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के उद्देश्य से दिया गया है। परियोजना के अंतर्गत स्कूलों में डिजिटल बुनियादी ढांचा और संबंधित सेवाओं की आपूर्ति की जाएगी। यह परियोजना सितंबर 2026 तक पूरी होगी।
इस परियोजना का कुल अनुबंध मूल्य 2,09,78,63,937 रुपये (करीब 210 करोड़ रुपये) है। रेलटेल को इस प्रोजेक्ट के लिए 12 सितंबर 2025 को आधिकारिक रूप से Letter of Acceptance (LoA) मिला है। परियोजना 11 सितंबर 2026 तक पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है। यह ऑर्डर एक घरेलू और गैर-संबंधित पक्ष अनुबंध है, यानी इसे प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया के तहत प्रदान किया गया है।
इस बड़े अनुबंध की खबर का असर रेलटेल के शेयरों में भी दिखाई दिया। सोमवार, 15 सितंबर 2025 को रेलटेल के शेयर 8.4% की तेजी के साथ 406 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए थे। हालांकि, आज मंगलवार 16 सितंबर 2025 को दोपहर 1:55 बजे तक, इसमें 1.49% की गिरावट दर्ज की गई।
कंपनी ने जानकारी दी कि यह ऑर्डर सेबी के नियमानुसार स्टॉक एक्सचेंजों को सूचित किया गया है। इस ऑर्डर के तहत शिक्षा क्षेत्र में डिजिटल संसाधनों की आपूर्ति के साथ तकनीकी सेवाएं भी दी जाएंगी। कंपनी ने तकनीकी डिटेल्स साझा नहीं की है, लेकिन इसे एक रणनीतिक और प्रतिष्ठित ऑर्डर बताया है।
यह परियोजना भारत सरकार के शिक्षा सुधार कार्यक्रमों का हिस्सा है, जिससे बिहार में सरकारी स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल क्षमताओं में बड़ा बदलाव आएगा। रेलटेल के लिए यह ऑर्डर भविष्य की स्वस्थ पाइपलाइन को और ज्यादा मजबूत करता है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।