(Stock Market News/Image Credit: ANI News)
नई दिल्ली: Stock Market News: इस सप्ताह स्थानीय शेयर बाजार की दिशा कई महत्वपूर्ण कारकों पर निर्भर करेगी। कंपनियों के तिमाही नतीजों, व्यापक आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक बाजार रुझानों को निवेशक बारीकी से देखेंगे। एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह सप्ताह घटनाक्रमों से भरा रहेगा और कई बड़ी कंपनियां अपने तिमाही परिणाम जारी करेंगी। गुरु नानक जयंती (गुरुपर्व) के कारण बुधवार को बाजार बंद रहेंगे।
आर्थिक मोर्चे पर निवेशकों की नजर एचएसबीसी विनिर्माण पीएमआई, सेवाओं और समग्र पीएमआई के अंतिम आंकड़ों पर होगी। ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनी एनरिच मनी के सीईओ पोनमुडी आर ने कहा कि एसएंडपी वैश्विक विनिर्माण और सेवा पीएमआई डेटा वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं की वृद्धि गति के बारे में नई जानकारी देगा। इसके अलावा, डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की चाल भी बाजार की धारणा और क्षेत्रीय रुझानों को प्रभावित करेगी।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के वरिष्ठ वाइस प्रेसीडेंट-रिसर्च ने बताया कि इस सप्ताह कई प्रमुख कंपनियां अपने तिमाही नतीजे घोषित करेंगी। इनमें भारती एयरटेल, टाइटन, इंटरग्लोब एविएशन, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारतीय स्टेट बैंक, ल्यूपिन, बजाज ऑटो और हिंडाल्को शामिल हैं। इन नतीजों से निवेशकों को बाजार की दिशा समझने में मदद मिलेगी।
विशेषज्ञों के मुताबिक, वैश्विक व्यापार करार और अंतर्राष्ट्रीय बाजार रुझानों पर भी ध्यान रहेगा। अक्टूबर में विदेशी निवेशकों ने तीन महीने की निकासी के बाद शेयरों में 14,610 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया। यह कदम भारतीय बाजार में विश्वास की पुष्टि करता है और आगे की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएगा।
पिछले सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 273.17 अंक या 0.32% और एनएसई निफ्टी 73.05 अंक या 0.28% गिरा। जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स के शोध प्रमुख विनोद नायर ने बताया कि अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में मुनाफावसूली के कारण बाजार में गिरावट आई। उन्होंने कहा कि आगे निवेशक अमेरिका और अन्य देशों की व्यापार वार्ता और कंपनियों के तिमाही नतीजों पर नजर रखेंगे, जो अब तक मिल जुले रहे हैं।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।