(Stock Market Today 28 October, Image Credit: IBC24 News Customize)
नई दिल्ली: Stock Market Today 28 October: अक्टूबर की मंथली एक्सपायरी के दिन भारतीय शेयर बाजारों के लिए मजबूत संकेत मिल रहे हैं। गिफ्ट निफ्टी 26,000 के ऊपर खुलने के इशारे दे रहे हैं, जबकि एफआईआई का लॉन्ग-शॉर्ट रेशियो 26% तक पहुंच चुका है। एशियाई बाजारों में मजबूती देखने को मिल रही है और अमेरिका-चीन के बीच संभावित ट्रेड डील से ग्लोबल सेंटीमेंट बेहतर हुआ है।
अमेरिकी बाजार रिकॉर्ड मजबूती के साथ बंद हुए हैं क्योंकि निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौता जल्द हो सकता है। इस डील की संभावना से वैश्विक जोखिम भावना में सुधार आया है। हालांकि, कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यदि डील होती भी है, तो उसका प्रभाव सीमित हो सकता है।
अमेरिका और चीन के बीच डील की उम्मीद ने सेफ हेवन एसेट्स पर दबाव डाला है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोना 4000 डॉलर के नीचे फिसल गया, जबकि चांदी करीब 46 डॉलर के आसपास ट्रेड कर रहा है। डॉलर में भी कमजोरी देखने को मिली है क्योंकि निवेशक फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीद कर रहे हैं। डॉलर इंडेक्स एशियाई बाजारों में 98.78 के स्तर पर स्थिर रहा।
कच्चे तेल की कीमतों में लगातार तीसरे सत्र गिरावट देखने को मिली। ओपेक द्वारा उत्पादन बढ़ाने की योजना और अमेरिका-चीन डील की खबरों ने मिलकर बाजार में अस्थिरता बढ़ाई है। ब्रेंट क्रूड 4 सेंट टूटकर 65.58 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया, जबकि डब्ल्यूटीआई क्रूड 9 सेंट घटकर 61.22 डॉलर पर पहुंच गया।
इंडस टावर्स ने तिमाही आधार पर करीब 6% का मुनाफा बढ़ाया है। कंपनी का मार्जिन सुधरा है, हालांकि आय स्थिर रही। वहीं, मझगांव डॉक ने उम्मीद से बेहतर नतीजे पेश किए है। कंपनी का मुनाफा 28% उछला और मार्जिन 18.5% से बढ़कर 23.7% पर पहुंच गया।
सोमवार को मजबूत वैश्विक संकेतों के चलते भारतीय बाजारों की शुरुआत तेजी के साथ हुई। निफ्टी करीब 50 अंकों की बढ़त के साथ खुला और दिन के अधिकांश हिस्से में मजबूती बनाए रखी। हालांकि, दिन के बीच थोड़ी सुस्ती के बाद इंडेक्स फिर से उभरा और सत्र के आखिरी में ऊपरी स्तरों के पास बंद हुए। निफ्टी ने शुक्रवार का नुकसान पूरा करते हुए 26,000 के स्तर को पार किया और आखिर में 170 अंकों की उछाल के साथ 25,966 पर बंद हुआ।
अब निवेशकों की नजर फेडरल रिजर्व की आने वाली बैठर पर टिकी है, जहां ब्याज दरों के लेकर बड़े फैसले की उम्मीद है। अगर फेड नरम रुख दिखाता है, तो भारतीय शेयर बाजारों में और मजबूती देखने को मिल सकती है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।