Delhi Assembly: ‘आप’ की होगी जीत या फिर से कांग्रेस का होगा कब्जा, जानिए आरके पुरम सीट के बारे में..

Delhi Assembly: 'आप' की होगी जीत या फिर से कांग्रेस का होगा कब्जा, जानिए आरके पुरम सीट के बारे में..

  •  
  • Publish Date - January 25, 2020 / 01:01 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:19 PM IST

नई दिल्ली। आरके पुरम विधानसभा नई दिल्ली लोकसभा के अन्तर्गत आता है। इस सीट 1993 में बीजेपी ने जीत हासिल की थी। इसके बाद 1998 से लेकर 2008 तक कांग्रेस ने जीत की हैट्रिक लगाई। वहीं 2013 में बीजेपी ने जीत का स्वाद चखा। लेकिन ये जीत ज्यादा देर तक नसीब नहीं हुई और 2015 में फिर से हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की आंधी में कांग्रेस और बीजेपी को हार का सामना करना पड़। वहीं इस सीट पर आप ने वर्तमान विधायक प्रमिला टोकस को उतारा है। जबकि कांग्रेस ने प्रियंका सिंह और बीजेपी ने अनिल शर्मा को प्रत्याशी बनाया है।

पढ़ें- नरेला विधानसभा सीट बचा पाएगी ‘आप’ या बीजेपी-कांग्रेस को मौका देगी जनता
आरके पुरम के अहम मुदृदे
इस कॉलोनी में बड़ी संख्‍या में केंद्रीय कर्मचारियों के निवास हैं। वर्तमान में इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कारपोरेट घराने हैं। दिल्‍ली का यह इलाका आधुनिक शॉपिंग माल्‍स, व्‍यापारिक संस्‍थान और चर्चित स्‍कूल-कॉलेज के लिए भी चर्चा में रहता है। यहां सुरक्षा को लेकर लोग ज्यादा चिंतित रहते हैं। वहीं लोगों का कहना है कि आम आदमी पार्टी की सरकार से क्षेत्र के विकास में जो उम्मीद थी ऐसा कुछ नहीं कर पाई।

पढ़ें- दिल्ली के रण में कौन मारेगा बाजी, ‘आप’ बने रहेंगे ‘खास’? क्या कहती है नई दिल्ली सी

आमने-सामने

आराके पुरम सीट में कांग्रेस की बरखा सिंह ने हैट्रिक लगाई है। उन्होंने 1998 से लेकर 2008 तक तीन बार हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल किया। वहीं, इसके बाद कांग्रेस ने अब काग्रेस ने प्रियंका सिंह को उम्मीदवार बनाया है।

पढ़ें- बीते 5 साल में इतनी बढ़ गई मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की संपत्ति….देखिए

बीजेपी ने इस सीट पर जीत के लिए अनिल कुमार को फिर से उतारा है। 2013 में अनिल कुमार ने कांग्रेस के विजय रथ रोका था। इसके बाद 2015 में यहां आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार प्रमिला टोकस ने जीत से राजनीति का आगाज किया। इस सीट पर आम आदमी पार्टी लोगों के असल मुदृदों से अच्छी तरह से समझती है। फिलहाल इस सीट पर मुकाबला रोचक होने वाला है।

पढ़ें- बीजेपी नेता कपिल मिश्रा का विवादित ट्वीट, लिखा- 8 फरवरी को ‘भारत-पाकिस्तान के बीच मुकाबला’, चुनाव 

वोटरों की स्थिति
इस सीट पर अनुसूचित जाति का अनुपात 16.56 फीसदी है। 2019 की मतदाता सूची के मुताबिक इस सीट पर 1,55,287 मतदाता 156 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। 2015 के चुनाव में यहां 64.14% मतदान हुआ। इस चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को क्रमशः 36.96%, 4.2% और 56.77% वोट मिले।

पढ़ें- सिसोदिया सलामत रख पाएंगे अपनी साख, क्या कहती हैं पटपड़गंज

पिछला चुनाव परिणाम
विधानसभा चुनाव 2015

आम आदमी पार्टी- प्रमिला टोकस – 54,645

बीजेपी-अनिल कुमार शर्मा- 35,577

कांग्रेस- लीलाधर भट्ट – 4,042

विधानसभा चुनाव 2013

बीजेपी – अनिल कुमार शर्मा – 28,017

आम आदमी पार्टी- शाजिया इल्मी – 27,691

बरखा सिंह(कांग्रेस)- 19,679

पढ़ें- Delhi Elections 2020: जानें सुल्तानपुर माजरा सीट के बारे में, जहां …

8 फरवरी को डाले जाएंगे वोट, परिणाम 11 को
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के साथ ही भाजपा और कांग्रेस भी सत्ता प्राप्ति के लिए मैदान में संर्घष कर रही हैं। दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों के लिए 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और मतगणना 11 फरवरी को होगी।

उल्लेखनीय है कि 2015 के विधानसभा चुनाव में यहां कांग्रेस अपना खाता नहीं खोल पाई। बीजेपी को 3 सीटें मिली। जबकि आम आदमी पार्टी ने 67 सीटों का कब्जा जमाया। हालांकि लोकसभा सीट में बीजेपी ने सभी 7 सीटों पर जीत हासिल की है।

पढ़ें- बुराड़ी को फिर भुना पाएगी ‘आप’ या बीजेपी-कांग्रेस के आएगी हाथ, क्या…