लखनऊ, 16 जुलाई (भाषा) उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय की अगुवाई में पार्टी के एक प्रतिनिधिमण्डल ने मंगलवार को पुलिस महानिदेशक से मुलाकात कर राज्य में पुलिस हिरासत में हो रही मौत का संज्ञान लेते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पार्टी के एक प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी।
कांग्रेस के प्रांतीय प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने बताया कि राय के नेतृत्व में पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने बताया कि ज्ञापन में कहा गया है, ”प्रदेश में पुलिस हिरासत में हो रही मौत लगातार बढ़ रही है। लोकसभा में पेश की गई रिपोर्ट के अनुसार, देश में हर दिन छह लोगों की मौत पुलिस हिरासत में हो रही है और इस मामले में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है। वर्ष 2021-22 में अकेले उत्तर प्रदेश में 501 लोगों की पुलिस हिरासत में मौत हुई, जो कि प्रदेश में व्याप्त अराजकता का प्रतीक है।”
अवस्थी के मुताबिक ज्ञापन में कहा गया है कि पिछली 21 जून को फिरोजाबाद जिले में दलित समाज के आकाश सिंह जाटव की हिरासत में मौत हो गयी।
उनके परिजन का आरोप है कि जाटव को पुलिस ने इतना मारा—पीटा कि उसकी मौत हो गयी। इसी प्रकार जालौन जिले में हाल ही में राजकुमार नामक व्यक्ति की पुलिस हिरासत में रहस्यमय तरीके से मौत हो गयी। चित्रकूट में भी अंशू कुमार नामक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और बाद में उसका शव पनहाई रेलवे स्टेशन की पटरी पर मिला।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने ज्ञापन में कहा कि ये घटनाएं बहुत गम्भीर और चिंताजनक हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हिरासत में मारे गये लोगों के परिजन के आरोप बहुत संगीन और तथ्ययुक्त हैं। पूरे प्रदेश में कानून—व्यवस्था धराशायी है।’’
उन्होंने कहा कि ज्ञापन में पुलिस हिरासत में लोगों की मौत के जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी की गयी है।
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश में पुलिस हिरासत में हो रही मौतों के साथ-साथ लूट-हत्या, महिला उत्पीड़न, प्रदेश के अलीगढ़ और शामली जिलों में पीट-पीट कर की गयी हत्या की तरफ भी पुलिस महानिदेशक का ध्यान आकर्षित कराया।
प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस महासचिव अनिल यादव और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य ललन कुमार भी मौजूद थे।
भाषा सलीम रंजन
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