(आनन्द राय)
लखनऊ, 18 जुलाई (भाषा) उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सोमवार को यहां दावा किया कि राष्ट्रपति पद के चुनाव में उत्तर प्रदेश इस बार इतिहास रचने जा रहा है। उन्होंने कहा कि काफी संख्या में समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक भी विपक्ष के उम्मीदवार (यशवंत सिन्हा) को वोट देना नहीं चाहते हैं, इसलिए द्रौपदी मुर्मू को बड़ी संख्या में वोट मिलेंगे।
राष्ट्रपति पद के निर्वाचन के लिए यहां विधानसभा में अपना मत डालने के बाद ‘पीटीआई-भाषा’ से विशेष बातचीत में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने द्रौपदी मुर्मू जी को प्रत्याशी बनाया, तो सभी लोग उनका समर्थन करना चाहते हैं।
एक सवाल के जवाब में पाठक ने कहा कि सपा की कुछ दलीय प्रतिबद्धताएं थीं, लेकिन कुछ दिन पहले सोशल मीडिया में एक अखबार की खबर प्रसारित हुई थी। उन्होंने कहा, ’’इस खबर में राष्ट्रपति पद के विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने मुलायम सिंह यादव पर आईएसआई एजेंट होने का आरोप लगाया था। इससे सपा के विधायक भी काफी दुखी थे और उनके मन में भी यह बात थी कि जिसने उनके नेता का अपमान किया है, उसे वोट नहीं देंगे।’’
उप मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को अखबार की पुरानी खबर वाले अंश के कतरन की तस्वीर पोस्ट करने के साथ ट्वीट किया था।
उपमुख्यमंत्री के मुताबिक समाचारपत्र की इस पुरानी खबर में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था आईएसआई का एजेंट कहा था और उस समय यादव रक्षा मंत्री थे।
इस प्रसंग की याद दिलाते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि परिणाम बहुत ही आश्चर्यजनक आएंगे। सभी विधायक चाहते हैं कि द्रौपदी मुर्मू उप्र से ऐतिहासिक वोट हासिल कर इतिहास रचें।‘‘
उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यों वाली विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के कुल 273 सदस्य हैं, जबकि सपा के 111 सदस्य हैं।
सपा के सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल के आठ और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के छह सदस्य हैं। सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष व सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव पहले ही राष्ट्रपति चुनाव में राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन देने की घोषणा कर चुके हैं।
सपा के 111 विधायकों में से कितने हैं जो विपक्ष के उम्मीदवार को वोट नहीं कर रहे हैं, इस सवाल के जवाब में पाठक ने कहा कि संख्या बताना उचित नहीं होगा, लेकिन यह तय है कि ढेर सारे ऐसे सपा विधायक हैं जो यशवंत सिन्हा की जगह मुर्मू को वोट देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘अखिलेश यादव ने यशवंत सिन्हा का समर्थन किया जो बहुत ही दुखद है। यशवंत सिन्हा ने जिस तरह मुलायम सिंह यादव को आईएसआई का एजेंट कहा, वह बहुत ही दुखद है। ऐसे लोगों को प्रदेश की जनता हमेशा याद रखेगी।”
विधानसभा में सपा की सहयोगी सुभासपा के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर के साथ वोट डालने पहुंचे पाठक से पूछा गया कि द्रौपदी मुर्मू के समर्थन के मामले में बहुजन समाज पार्टी (बसपा), सुभासपा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष व सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव ने भी भाजपा का साथ दिया है, तो क्या इसे 2024 के लोकसभा चुनाव में एक मंच पर आने का संकेत माना जाए।
इसके जवाब में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी भारत माता के प्रति श्रद्धा भाव से राष्ट्र को मजबूत करने के लिए उनकी पार्टी के साथ जुटे हैं, वह उन सभी का स्वागत करते हैं। कुरेदने पर उन्होंने कहा, ”समय का इंतजार करिए, समय आने पर बता दिया जाएगा।”
ओमप्रकाश राजभर से बढ़ती निकटता के मसले पर पाठक ने कहा कि वह कल भी उनके साथ थे और आज भी उनके मित्र हैं। उन्होंने कहा कि राजभर किन्हीं कारणों से दिग्भ्रमित हो गये थे, लेकिन द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देकर उन्होंने दबे-कुचलों की आवाज को और मजबूती देने का काम किया है।
भाषा आनन्द
संतोष
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