फोरेंसिक जांच में नहीं मिले मुख्तार को जहर दिये जाने के सुबूत

फोरेंसिक जांच में नहीं मिले मुख्तार को जहर दिये जाने के सुबूत

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  • Publish Date - April 24, 2024 / 08:01 PM IST,
    Updated On - April 24, 2024 / 08:01 PM IST

लखनऊ, 24 अप्रैल (भाषा) बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी को जेल में जहर देकर मारे जाने के परिजनों के आरोपों के बीच अंसारी के विसरा की फोरेंसिक जांच रिपोर्ट के मुताबिक उसे विष दिये जाने का कोई सुबूत नहीं मिला है।

विभिन्न मामलों में सजायाफ्ता मुख्तार की बांदा जेल में गत 28 मार्च को संदिग्ध हालात में मौत हो गयी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया था कि उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई है, मगर उसके भाई और गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी ने जेल में अपने भाई को धीमा जहर दिये जाने का आरोप लगाया था।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया, ”हमें मुख्तार अंसारी के विसरा की विधि विज्ञान प्रयोगशाला में की गयी जांच की रिपोर्ट मिल गयी है। इसमें पुष्टि की गई है कि विसरा में जहर का कोई संकेत नहीं मिला है। इसे बांदा के अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के नेतृत्व वाले जांच समिति को दे दिया गया है।”

विसरा शरीर के आंतरिक अंगों जैसे यकृत, प्लीहा, पेट और मूत्राशय का एक नमूना होता है।

मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी ने मंगलवार को सामने आई रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें पोस्टमॉर्टम और विसरा रिपोर्ट पर भरोसा नहीं है।

अंसारी ने गाजीपुर में कहा, ”विसरा में नाखून और बाल को संज्ञान में नहीं लिया गया है जिनसे जहर दिये जाने की बात साबित हो सकती थी। विसरा का सही नमूना जांच के लिए नहीं भेजा गया।’

भाषा सलीम नोमान

नोमान