गौतमबुद्ध नगर। उत्तर प्रदेश से एक बार फिर पुलिस कस्टडी में मौत का मामला सामने आया है। घटना बिसरख थाना क्षेत्र के चिपियाना पुलिस चौकी की बताई जा रही है, जहां मृतक का शव पुलिस चौंकी में फंदे से लटका हुआ मिला। परिजनों ने पुलिस पर मारपीट कर हत्या का आरोप लगाया है। वहीं मामले की सूचना मिलते ही पुलिस कमिश्नर ने ACP–SHO के खिलाफ जांच बैठाते हुए चौंक के पूरे स्टाफ को सस्पेंड कर उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
मृतक के भाई ने रो रोकर बताया कि पुलिस उसे कल उठाकर चौंकी लाए थे और छोड़ने के लिए 5 लाख रुपये मांग रहे थे। उसने शाम को 50 हजार दे दिए थे। शराब के लिए एक हजार अलग से दिए। बाकी 4.50 लाख रुपये सुबह देने को कहा था, लेकिन पुलिस ने मेरे भाई को फांसी लगाकर मार दिया। बता दें कि मृतक योगेश दिल्ली की ब्रेकरी फैक्ट्री में काम करता था। पुलिस ने उसे एक लड़की गायब होने की शिकायत पर हिरासत में लिया था, लेकिन सुबह उसका शव फंदे से लटकता मिला।
इस मामले पर यूपी कांग्रेस ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, कि आगरा, कासगंज, गोरखपुर, लखीमपुर खीरी, कानपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, नोएडा और अब फिर ग्रेटर नोएडा… पुलिस कस्टडी में मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। आदित्यनाथ की पुलिस खुद को कानून से भी ऊपर समझने लगी है! ग्रेटर नोएडा में पुलिस एक युवक को थाने लेकर गई, जहां पर उसकी मौत हो गई। मृतक के भाई ने रो रोकर बताया कि पुलिस वाले छोड़ने के लिए 5 लाख रुपये मांग रहे थे, 50 हजार दे दिए थे बाकी 4.50 लाख रुपये सुबह देने को कहा था, लेकिन पुलिस ने मेरे भाई को फांसी लगाकर मार दिया।
आगरा, कासगंज, गोरखपुर, लखीमपुर खीरी, कानपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, नोएडा और अब फिर ग्रेटर नोएडा…
पुलिस कस्टडी में मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है, आदित्यनाथ की पुलिस खुद को कानून से भी ऊपर समझने लगी है!
ग्रेटर नोएडा में पुलिस एक युवक को थाने लेकर गई, जहां पर उसकी… pic.twitter.com/x1j1vDLO9N
— UP Congress (@INCUttarPradesh) May 16, 2024