Ghazipur News/Image Source: IBC24
गाजीपुर: Ghazipur News: जिले के ददरी घाट पर गंगा नदी में इन दिनों एक रहस्यमयी पत्थर ने लोगों की आस्था और जिज्ञासा दोनों को जगा दिया है। शनिवार सुबह गंगा के बढ़ते जलस्तर के बीच एक बड़ा पत्थर बहकर घाट पर आ गया। खास बात यह है कि करीब दो कुंतल वजनी यह पत्थर न तो गंगा में डूब रहा है और न ही कुछ लोगों के मिलकर प्रयास करने पर भी आसानी से उठाया जा पा रहा है।
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Ghazipur News: स्थानीय लोगों के अनुसार यह पत्थर तैरता हुआ गंगा की धारा में आया और घाट के किनारे आकर ठहर गया। जब लोगों ने देखा कि इतना भारी पत्थर पानी में डूब नहीं रहा है, तो यह चर्चा जंगल में आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते सैकड़ों की भीड़ ददरी घाट पर उमड़ पड़ी। इस अद्भुत दृश्य को देखकर कई लोग भाव-विभोर हो गए और उन्होंने इस पत्थर को रामसेतु से जोड़ते हुए पूजा-अर्चना शुरू कर दी। कुछ श्रद्धालु घाट पर बैठकर रामायण पाठ और भजन-कीर्तन भी करने लगे।
Ghazipur News: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार त्रेता युग में भगवान श्रीराम ने जब लंका पर चढ़ाई के लिए समुद्र पार करने का निर्णय लिया, तब वानर सेना ने रामसेतु का निर्माण किया था। मान्यता है कि उस पुल के निर्माण में जिन पत्थरों का प्रयोग किया गया था वे पानी में डूबते नहीं थे बल्कि तैरते थे। गाजीपुर में मिला यह तैरता हुआ पत्थर लोगों को उसी रामसेतु के चमत्कार की याद दिला रहा है। हालांकि अभी तक इस पत्थर की वैज्ञानिक जांच नहीं हुई है लेकिन भौतिकी के विशेषज्ञों के अनुसार कुछ विशेष किस्म के पत्थर जैसे प्यूमिस पत्थर बहुत हल्के होते हैं और उनकी बनावट में इतने छिद्र होते हैं कि वे पानी में तैर सकते हैं।