वरमाला के बाद सात फेरे से पहले दुल्हन को पता चली ये बात, किसी की एक न सुनी वापस कर दी बारात

शादी की रस्में जारी थी वरमाला हो चुकी थी, सात फेरे और मांग भराई से पहले दुल्हन को एक ऐसी बात पता चल गई जिसके बाद दुल्हन ने बारात वापस कर दी। दुल्हन की हठ के आगे किसी की एक न चली और फिर दूल्हे समेत सभी बारातियों को बैरंग लौटना पड़ा, यह अनोखा मामला उत्तर प्रदेश के इटावा जनपद का है।

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  • Publish Date - January 24, 2022 / 01:22 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:20 PM IST

bride returned the procession

इटावा, 24 जनवरी 2022। शादी की रस्में जारी थी वरमाला हो चुकी थी, सात फेरे और मांग भराई से पहले दुल्हन को एक ऐसी बात पता चल गई जिसके बाद दुल्हन ने बारात वापस कर दी। दुल्हन की हठ के आगे किसी की एक न चली और फिर दूल्हे समेत सभी बारातियों को बैरंग लौटना पड़ा, यह अनोखा मामला उत्तर प्रदेश के इटावा जनपद का है।

जनपद की चकरनगर तहसील, थाना बिठौली इलाके के बंसरी गांव निवासी विपिन कुमार की शादी जालौन जनपद की डॉली के साथ तय हुई थी, 22 जनवरी दिन शनिवार की शाम को चकरनगर के एक निजी गेस्ट हाउस में संपन्न होने वाली थी, शाम को बंसरी गांव से बारात धूमधाम से चकरनगर के एक निजी गेस्ट हाउस में पहुंची, बैंड बाजे के साथ घुड़चढ़ी का कार्यक्रम हुआ और उसके बाद वरमाला का कार्यक्रम भी हुआ।

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रात में वैवाहिक कार्यक्रम शुरू हो गए, पाणिग्रहण संस्कार कार्यक्रम शुरू होना था, पंडित ने दूल्हा-दुल्हन को मंडप के नीचे बुला लिया और मांग भराई की रस्म शुरू हुई, तभी सात फेरों का कार्यक्रम शुरू होने वाला था, लेकिन जब अचानक से दुल्हन को यह पता चला कि उसको विदाई के बाद बीहड़ में स्थित गांव बंसरी जाना होगा और वहीं रहना होगा, तभी उसने मंडप के नीचे पहले सात फेरों से फिर शादी से ही मना कर दिया।

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वर और वधू पक्ष के लोगों ने दुल्हन को बहुत समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानी और जिद पर अड़ी रही, तभी घराती और बारातियों के बीच में तनाव की स्थिति बन गई, मौके पर पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने भी समझाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। हालांकि, फिर बुजुर्गों के हस्तक्षेप के बाद लेन-देन का आपसी समझौता हुआ और बिना दुल्हन के ही दूल्हे को लौटना पड़ा।