गोरखपुर (उप्र), सात दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए गोरखपुर नगर निगम ने शहर के सभी सफाई कर्मचारियों का सत्यापन पूरा कर लिया है और इनमें कोई भी विदेशी मूल का नहीं पाया गया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि स्थायी सफाई कर्मचारियों और ‘आउटसोर्स’ कर्मचारियों दोनों की जांच की गई। उन्होंने कहा, ‘‘हमने ‘आउटसोर्सिंग’ के माध्यम से नियुक्त कर्मचारियों सहित सभी कर्मचारियों का सत्यापन किया। कोई भी बांग्लादेशी या रोहिंग्या नहीं पाया गया।’’
अधिकारी के अनुसार, इस अभियान के तहत 3100 से अधिक सफाई कर्मचारियों का सत्यापन किया गया। उन्होंने बताया कि सत्यापन के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की तीन सदस्यीय समिति गठित की गई थी।
इस बीच, जिले में जारी जांच के दौरान पहचाने गए किसी भी गैर-दस्तावेजी विदेशी नागरिक को रखने के लिए शाहपुर रैन बसेरा को एक निरुद्ध केंद्र के रूप में चिह्नित किया गया है। इस बहुमंजिला आश्रय गृह के भूतल पर वर्तमान में एक मानवीय संगठन कार्यरत है और इसकी तीनों मंजिलों में प्रत्येक पर चार कमरे हैं। अधिकारियों ने बताया कि लगभग 50 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है जिसमें 30 पुरुषों के लिए और 20 महिलाओं के लिए है।
उन्होंने बताया कि निरुद्ध केंद्र के रूप में संचालन की शुरुआत होने पर यह केंद्र हिरासत में लिए गए लोगों को भोजन, चिकित्सा देखभाल और सुरक्षा प्रदान करेगा।
यह पहल मुख्यमंत्री द्वारा संचालित राज्यव्यापी अभियान का हिस्सा है, जिसमें सभी जिलों को संदिग्ध अवैध प्रवासियों की पहचान करने और उनका दस्तावेजीकरण करने का निर्देश दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान के तहत कई जिलों में निरुद्ध केंद्र तैयार किए जा रहे हैं।
भाषा सं आनन्द सुरभि
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