इटावाः Etawah Kata Wachak Beaten Case: उत्तर प्रदेश के इटावा में कथावाचक के साथ बदसलूकी का मामला तूल पकड़ चुका है। राजनेताओं का बयान इस पर तो सामने आ रही रहे हैं, साथ ही साथ अब यादव समाज ने भी मोर्चा खोल दिया है। गुरुवार को अहीर रेजिमेंट और यादव संगठन के कार्यकर्ताओं ने थाना बकेवर का घेराव कर जमकर हंगामा किया। 3 हजार ज्यादा लोगों ने सड़क जाम कर अपनी मांगें रखी। पुलिस के पहुंचते ही प्रदर्शनकारी उनसे भिड़ गए। भीड़ ने पुलिस की गाड़ी पर पथराव कर दिया। हंगामा बढ़ता देख CO और इंस्पेक्टर ने पिस्टल निकालकर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा।
Etawah Kata Wachak Beaten Case: इटावा के थाना बकेवर क्षेत्र में अजीत रेस्टोरेंट के पास संगठन के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की। इस दौरान सड़क जाम कर दी गई, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की और भीड़ को वापस लौटने के लिए मनाया। इटावा के साथ-साथ आसपास के जनपदों से आए संगठन के सदस्यों ने एकजुट होकर अपनी मांग दोहराई कि गगन यादव को तत्काल रिहा किया जाए, कथावाचकों के खिलाफ दर्ज कार्रवाई को रद्द किया जाए।
इटावा के दादरपुर गांव में 22 जून को जय प्रकाश तिवारी के घर भागवत कथा हो रही थी। उसी दिन गांव के ब्राह्मणों ने यादव कथावाचक और उनके साथियों से मारपीट की थी। कानपुर के कथावाचक मुकुट मणि सिंह के मुताबिक, ब्राह्मणों ने पहले उनकी जाति पूछी। जब उन्होंने बताया कि वे यादव बिरादरी से हैं, तो उन पर दलित होने का आरोप लगाते हुए धमकाया। कहा- ब्राह्मणों के गांव में भागवत पाठ करने की हिम्मत कैसे की। इसके बाद उनकी चोटी काट दी और सिर मुंडवा दिया। एक महिला के पैर पर नाक रगड़वाई गई। उनके साथियों के साथ भी मारपीट की। उनका भी सिर मुंडवा दिया और हारमोनियम तोड़ दिया।
इटावा में जाति के नाम पर कथावाचकों के साथ मारपीट मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उनको पीटने वाले चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं इटावा पुलिस ने दोनों कथावाचकों मुकुट मणि यादव और उनके सहायक संत सिंह यादव के खिलाफ फर्जी आधार कार्ड बनाने और जाति छुपाकर कथा करने के मामले में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इटावा के एसएसपी ब्रजेश श्रीवास्तव को जमकर फटकार लगाई है। इटावा में ही यादव और दलित कथावाचकों के सिर मुंडाने और मारपीट की घटना हुई है। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कुछ लोग यूपी में जातीय हिंसा करना चाहते हैं और पुलिस इसे रोक नहीं पा रही है। इसी सिलसिले में उन्होंने औरैया और कौशांबी जिलों के एसपी को भी डांटा। इन दोनों ज़िलों में भी इसी तरह की घटनायें हुईं हैं। सभी जिलों के डीएम और एसपी के साथ बैठक में सीएम योगी ने कहा कि जिस जिले में ऐसी घटनाएं होंगी तो उस जिले के अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि सावन में कांवड़ यात्रा में कोई भड़काऊ नारा न लगे। कोई नई परंपरा शुरू न हो पाए। कांवड़ यात्रा में डीजे की आवाज मानक के हिसाब से हो। भीड़ में कोई असामाजिक तत्व न घुस पाए। सीएम योगी ने कहा कि मोहर्रम में ताजिया की ऊंचाई भी नियमों के हिसाब हो। जुलूस के लिए किसी नए रूट की इजाज़त किसी भी क़ीमत पर न दी जाए।