Sheikh Hasina News Today: बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना को होगी फांसी? जानिए किन मामलों को लेकर कसा जा रहा शिकंजा

Sheikh Hasina news today: बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना को होगी फांसी? जानिए किन मामलों को लेकर कसा जा रहा शिकंजा

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  • Publish Date - June 1, 2025 / 03:02 PM IST,
    Updated On - June 1, 2025 / 05:14 PM IST

Sheikh Hasina News Today: बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना को होगी फांसी? Image Source: File

HIGHLIGHTS
  • शेख हसीना पर 2024 के छात्र आंदोलन को कुचलने के लिए नरसंहार करवाने के आरोप
  • 81 गवाहों के साथ अभियोजन पक्ष ने आरोप पत्र दाखिल किया, जिसमें सुरक्षा बलों की बर्बर कार्रवाई का ज़िक्र
  • 15 जुलाई से 15 अगस्त के बीच करीब 1,400 लोगों की मौत की पुष्टि, UN रिपोर्ट भी दर्ज

ढाका: Sheikh Hasina news today बांग्लादेश में साल 2024 में हुए छात्र-आंदोलन के मामले को लेकर बड़ा अपडेट आया है। मामले को लेकर अभियोजन पक्ष आरोप पत्र दाखिल किए हैं, जिसमें शेख हसीना पर आंदोलन को कुचलने के लिए नरसंहार करवाने सहित कई गंभीर आरोप लगे हैं। मुख्य अभियोजक ताजुल इस्लाम ने कहा कि ये हत्याएं योजनाबद्ध थीं। इसे नरसंहार भी कहा गया है।

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Sheikh Hasina news today ताजुल इस्लाम ने अपने आरोप पत्र में कहा है कि देश के सुरक्षा बलों और ऐजेंसियों को सरकार की हैंडल करती है और ऐसे में नरसंहार होना सीधे दर्शाता है कि सरकार के इशारे में ये काम किया गया है। इस मामले में 81 लोगों को गवाह के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। अभियोजकों ने यह भी कहा कि शेख हसीना पर एक निर्वाचित प्रधानमंत्री के रूप में देश की सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई की पूर्ण जिम्मेदारी होती है। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि ढाका, चिटगांव और अन्य शहरों में सुरक्षा बलों ने छात्रों पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं और कई जगहों पर विरोध स्थलों को जबरन हटाया गया।

बता दें कि साल 2024 में आरक्षण सहित अन्य मांगों को लेकर छात्रों ने मोर्चा खोल दिया था, जिसके बाद यहां भी भारी अफरातफरी का माहौल बना था। इस आंदोलन में कई लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें छात्र और सुरक्षा बल के जवान शामिल थे। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के अनुसार, 15 जुलाई से 15 अगस्त के बीच लगभग 1,400 लोग मारे गए, जिनमें छात्र और सुरक्षाकर्मी शामिल हैं। वहीं, हिंसक आंदोलन के कुछ ही दिन बाद शेख हसीना को सत्ता गंवानी पड़ी थी और देश छोड़कर भागना पड़ गया था।

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गौरतलब है कि 1971 के मुक्ति संग्राम में पाकिस्तानी सेना के सहयोगियों पर मुकदमा चलाने के लिए गठित न्यायाधिकरण ने पहले कई जमात-ए-इस्लामी और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के नेताओं को मौत की सजा सुनाई है। ऐसे में इस बात की संभावना है कि शेख हसीना को भी मौत की सजा सुनाई जा सकती है।

क्या शेख हसीना को फांसी की सजा हो सकती है?

हाँ, यदि अदालत उन्हें छात्र आंदोलन में नरसंहार का दोषी मानती है, तो शेख हसीना को फांसी की सजा दी जा सकती है। इससे पहले भी बांग्लादेश में कई नेताओं को युद्ध अपराधों पर मौत की सजा मिल चुकी है।

शेख हसीना पर किन मामलों में आरोप लगे हैं?

शेख हसीना पर 2024 के छात्र आंदोलन को कुचलने, सरकारी एजेंसियों से बर्बर कार्रवाई करवाने और नरसंहार के आदेश देने का आरोप है।

क्या UN ने भी इस मामले को लेकर कोई रिपोर्ट जारी की है?

हाँ, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने पुष्टि की है कि 15 जुलाई से 15 अगस्त के बीच 1,400 लोगों की मौत हुई, जिनमें छात्र और सुरक्षा कर्मी शामिल हैं।

2024 के छात्र आंदोलन की प्रमुख मांगें क्या थीं?

छात्रों ने आरक्षण नीति, शिक्षा सुधार और सरकारी नियुक्तियों में पारदर्शिता को लेकर आंदोलन किया था, जो बाद में देशव्यापी हिंसा में बदल गया।

क्या शेख हसीना देश छोड़ चुकी हैं?

जी हाँ, आंदोलन के बाद शेख हसीना सत्ता से बाहर हुईं और रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें देश छोड़ना पड़ा।