आरएफके के हत्यारे को बोर्ड ने बताया बदला हुआ इंसान, 15 वर्षों बाद की मंजूर की पैरोल |

आरएफके के हत्यारे को बोर्ड ने बताया बदला हुआ इंसान, 15 वर्षों बाद की मंजूर की पैरोल

आरएफके के हत्यारे को बोर्ड ने बतलाया बदला हुआ इंसान, पैरोल मंजूर की

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:56 PM IST, Published Date : August 28, 2021/2:56 pm IST

सैन डिएगो, 28 अगस्त ।  रॉबर्ट फ्रांसिस कैनेडी (आरएफके) के हत्यारे को पिछले 15 वर्षों से कैलिफोर्निया का एक पैरोल बोर्ड यह कहते हुए पैरोल देने से इनकार कर रहा था कि सिरहन सिरहन ने इस हत्या को लेकर अब तक बेहद अफसोस नहीं जताया है। यह एक ऐसा अपराध था, जिसने 1968 में अमेरिका और दुनिया को दहला दिया था। शुक्रवार को दो सदस्यों वाले इस पैनल ने कहा कि वह 2016 में पैरोल की सुनवाई के बाद से अब बदला हुआ इंसान लगा। पैनल ने 77 वर्षीय कैदी के पैरोल को मंजूरी दे दी।

Read More News: 7th Pay Commission,सरकारी कर्मचारियों के लिए ‘फेस्टिवल गिफ्ट’.. बढ़ जाएगी सैलरी

अपने कई भाई-बहनों की इच्छा के विरुद्ध जाते हुए आरएफके के दो बेटों ने पैरोल का समर्थन किया है। अभियोजकों ने इस दोषी को जेल में रखने पर आगे बहस करने से इनकार कर दिया लेकिन अंत में गर्वनर को निर्णय लेना है कि वह जेल से बाहर आएगा या नहीं। बोर्ड का कहना है कि दोषी व्यक्ति अब समाज के लिए खतरा नहीं रह गया है और गुस्सा नियंत्रण कक्षाओं के साथ ही वह सुधार के कई कार्यक्रमों में शामिल रहा है।

डगलस कैनेडी काफी छोटे थे जब 1968 में उनके पिता की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने पैनल से कहा कि वह सिरहन के पछतावे के आंसू से पिघल गए हैं और दोषी अगर दूसरों के लिए खतरा नहीं है तो उसे जेल से रिहा कर देना चाहिए।उन्होंने कहा, ‘‘मेरा पूरा जीवन इस इंसान के डर या इसके नाम के साये में ही किसी न किसी तरह बीता है। मैं आज यह देखकर आभारी हूं कि यह इंसान करुणा और प्रेम के लायक है।’’ हालांकि, कैनेडी के छह बच्चों ने गवर्नर गाविन न्यूसम से अपील की है कि वह पैरोल बोर्ड के फैसले को पलट दें और सिरहन को जेल में ही रखें।

Read More News: हेमचंद यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में एडमिशन के लिए आए एक लाख सात हजार आवेदन, लेकिन सीट मात्र 37 हजार

रॉबर्ट एफ कैनेडी न्यूयॉर्क से सीनेटर थे। वह राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी के भाई थे, जिनकी हत्या 1963 में कर दी गई थी। आरएफके डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के लिए प्रचार कर रहे थे, तभी लॉस एंजिलिस के एम्बेसडर होटल में उनकी हत्या कर दी गई थी। सिरहन ने कहा था कि उसे गोली मारने के बारे में कुछ याद नहीं है, क्योंकि वह इससे पहले शराब पी रहा था। शुक्रवार को भी सिरहन ने हालांकि अपने इस बयान को दोहराया। उसने कहा, ‘‘ सीनेटर कैनेडी दुनिया की उम्मीद की किरण थे…और मैंने उन सभी का नुकसान किया और यह एहसास मुझे बेहद दुख देता है।’’