शिनजियांग प्रांत में कथित उत्पीड़न को लेकर ब्रिटेन में लोक अधिकरण के गठन की चीन ने निंदा की

शिनजियांग प्रांत में कथित उत्पीड़न को लेकर ब्रिटेन में लोक अधिकरण के गठन की चीन ने निंदा की

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  • Publish Date - May 25, 2021 / 12:49 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:28 PM IST

बीजिंग, 25 मई (एपी) चीन ने शिनजियांग प्रांत में उइगर एवं अन्य तुर्की मुस्लिमों के जनसंहार के आरोपों को लेकर ब्रिटेन में लोक अधिकरण गठित करने की योजना की मंगलवार को निंदा की।

उत्तर-पश्चिम प्रांत की सरकार के प्रवक्ता शू गुइशियांग ने कहा कि चीन जून की शुरुआत में शुरू होने वाली सुनवाई की ”निंदा एवं तिरस्कार” करता है, जिसमें दर्जनों को गवाहों को पेश किए जाने की उम्मीद है।

इस अधिकरण की अध्यक्षता प्रख्यात वकील ज्योफ्री नाइस करेंगे, जिन्होंने सर्बिया के पूर्व राष्ट्रपति स्लोबोदान मिलोशेविच के खिलाफ अभियोजन की अध्यक्षता की थी और वह अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत के साथ भी कार्य कर चुके हैं।

शिनजियांग प्रांत में चीन की नीतियों का बचाव करते हुए शू ने संवाददाताओं से कहा, ” यह पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय कानून एवं व्यवस्था का उल्लंघन है। वास्तविक जनसंहार के पीड़ितों का गंभीर अपमान है और यह शिनजियांग प्रांत की ढाई करोड़ लोगों की आबादी को उकसाने वाला है।”

यह प्रांत चीन के लिए विदेशी नीति को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सिरदर्द बना हुआ है। इस प्रांत में पुन: शिक्षण शिविरों में दस लाख से अधिक उइगरों, कजाकिस्तानियों और अल्पसंख्यक समूहों के लोगों को कैद रखने के आरोप हैं। शिविरों में कैद लोगों को कथित तौर पर अपनी पारंपरिक संस्कृति को छोड़कर चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रति आस्था रखने को मजबूर किया जाता है।

हालांकि, अधिकरण का फैसला किसी सरकार पर बाध्यकारी नहीं है और इसके आयोजकों का उद्देश्य शिनजियांग प्रात में होने वाले उत्पीड़न को सामने लाना है ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्रवाई के लिए दबाव बनाया जा सके।

एपी शफीक दिलीप

दिलीप