US में कोरोना मरीजों पर टूटा दवा कंपनी का कहर, 5 दिन के डोज की कीमत देखकर रह जाएंगे सन्न

US में कोरोना मरीजों पर टूटा दवा कंपनी का कहर, 5 दिन के डोज की कीमत देखकर रह जाएंगे सन्न

US में कोरोना मरीजों पर टूटा दवा कंपनी का कहर, 5 दिन के डोज की कीमत देखकर रह जाएंगे सन्न
Modified Date: November 29, 2022 / 07:49 pm IST
Published Date: June 30, 2020 11:52 am IST

वाशिंगटन। कोरोना वायरस की दवा के लिए पूरी दुनिया के देश काम कर रहे हैं, इसी बीच बड़ी खबर ये है कि कोरोना मरीजों पर अब दवा कंपनियों कहर भी टूटने वाला है, कोविड-19 के इलाज में अब तक की सबसे कारगर दवा रेमडेसिविर की कीमत प्रति मरीज 2340 अमेरिकी डॉलर यानी करीब 1.76 लाख रुपए रखी गई है।

ये भी पढ़ें: भारत के पास चीनी निवेशकों के कानूनी अधिकारों को बनाए रखने की जिम्मेदारी, एप ब…

रेमडेसिविर (Remdesivir) दवा बनाने वाली कंपनी जीलीड्स साइंसेज ने कहा है कि यह कीमत अमीर देशों के मरीजों के लिए है, इतने रुपए पांच दिन के डोज के लिए जा रहे हैं। जीलीड्स अगले तीन महीने तक रेमडेसिविर दवा का लगभग सारा स्टॉक अमेरिका भेजेगा। पिछले हफ्ते अमेरिकी संस्था इंस्टीट्यूट ऑफ क्लीनिकल एंड इकोनॉमिक रिव्यू ने दवा की कीमत 2520 से 2800 डॉलर के बीच रखने की वकालत की थी।

 ⁠

ये भी पढ़ें: अरे ये क्या! इस देश ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ ही…

जीलीड्स ने कहा कि वह कॉमर्शियल बीमा करवाए हुए अमेरिकी कोरोना मरीजों से 3120 डॉलर प्रति कोर्स यानी 2.30 लाख रुपए या 530 डॉलर प्रति वायल यानी 39,267 रुपए प्रति वायल लेगा। जीलीड्स ने कहा कि उसने 390 डॉलर प्रति वायल इसलिए बढ़ाया है क्योंकि अमेरिका के हेल्थ केयर प्रोग्राम के तहत मरीजों का इलाज होता है।

ये भी पढ़ें: बांग्लादेश के रक्षा सचिव की कोरोना से मौत, 6 जून से चल रहा था इलाज

जीलीड्स के चीफ एक्जीक्यूटिव डैनियल ओडे ने कहा कि कीमत बेहद वाजिब है, अगर मरीज सही समय पर अस्पताल से डिस्चार्ज होता है तो अमेरिका प्रति मरीज 12 हजार डॉलर यानी 9.06 लाख रुपए बचा लेगा। टेक्सास में डेमोक्रेटिक सांसद लॉयड डॉगेट ने कहा कि दवा कंपनी एक मामूली सी दवा के लिए बहुत ज्यादा कीमत ले रही है। यह आम नागरिकों की मेहनत से जमा किए टैक्स की नाजायज वसूली है।

ये भी पढ़ें: पाकिस्तान में बड़ा आतंकी हमला, स्टॉक एक्सचेंज में घुसे आतंकियों ने …

अमेरिका के हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेज ने बताया कि उसने 5 लाख रेमडेसिविर कोर्सेज अमेरिका के अस्पतालों में पहुंचा दिया गया है। जीलीड्स अपने उत्पादन का 90 फीसदी हिस्सा सितंबर तक अमेरिका में पहुंचाता रहेगा। ताकि क्लीनिकल ट्रायल्स में कई कमी न आए। जीलीड्स ने भारत और पाकिस्तान की दवा कंपनियों से भी समझौता किया है। सिप्ला के जेनेरिक रेमडेसिविर दवा की कीमत 5 हजार रुपए हैं, जबकि हेट्रो लैब्स की दवा की कीमत 5400 रुपए है।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com