सुरक्षा बलों की कार्रवाई में आठ प्रदर्शनकारियों की मौत, एक 14 वर्षीय लड़के की मौत

सुरक्षा बलों की कार्रवाई में आठ प्रदर्शनकारियों की मौत, एक 14 वर्षीय लड़के की मौत

सुरक्षा बलों की कार्रवाई में आठ प्रदर्शनकारियों की मौत, एक 14 वर्षीय लड़के की मौत
Modified Date: November 29, 2022 / 08:51 pm IST
Published Date: March 3, 2021 3:02 pm IST

यांगून (म्यांमा), तीन मार्च (एपी) म्यांमा में पिछले महीने सेना द्वारा किए गए तख्तापलट के खिलाफ प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों की कार्रवाई में बुधवार को कम से कम आठ लोगों की मौत हो गयी। सोशल मीडिया और स्थानीय खबरों में मृतकों की संख्या के बारे में यह जानकारी दी गई है।

विभिन्न शहरों में प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई के कई वीडियो सामने आए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले और रबड़ की गोलियां छोड़ने के साथ आग्नेयास्त्रों का भी इस्तेमाल किया। स्वतंत्र चैनल और ऑनलाइन न्यूज सर्विस ‘डेमोक्रेटिक वॉयस ऑफ बर्मा’ के मुताबिक देश के सबसे बड़े शहर यांगून में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में तीन लोगों की मौत हो गयी।

read more: अतिक्रमण हटाने गई प्रशा​सनिक टीम के साथ हंगामा, अतिक्रमणकारियों ने खुद पर केरोसीन डालकर दी आत्मदा…

 ⁠

देश के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले में प्रदर्शन के दौरान गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गयी। मोनयावा में प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा बलों की गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गयी। मिंगयान में प्रदर्शन में एक 14 वर्षीय लड़के की मौत हो गयी। म्यांमा में एक फरवरी को तख्तापलट के बाद से प्रदर्शनकारी लगातार सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। लोग, आंग सान सू ची समेत अन्य नेताओं को रिहा किए जाने की मांग कर रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने कहा कि रविवार को सुरक्षाबलों की कार्रवाई में कम से कम 18 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गयी। हिंसा बढ़ने के बीच म्यांमा में राजनीतिक संकट के समाधान के लिए कूटनीतिक प्रयास भी किए जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शुक्रवार को म्यांमा के मामले पर बैठक होने की संभावना है। ब्रिटेन ने इस बैठक का अनुरोध किया है।

read more: APS यूनिवर्सिटी में 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया सब इं…

हालांकि, म्यांमा के खिलाफ किसी समन्वित कार्रवाई पर संयुक्त राष्ट्र में सुरक्षा परिषद के दो स्थायी सदस्य चीन और रूस वीटो लगा सकते हैं। कुछ देशों ने म्यांमा पर प्रतिबंध लगाए हैं जबकि कुछ देश प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं।

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com