कैमरून में चुनाव नतीजों से पहले तनाव बढ़ने पर चार प्रदर्शनकारियों की गोली मारकर हत्या: विपक्ष

कैमरून में चुनाव नतीजों से पहले तनाव बढ़ने पर चार प्रदर्शनकारियों की गोली मारकर हत्या: विपक्ष

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  • Publish Date - October 27, 2025 / 03:23 PM IST,
    Updated On - October 27, 2025 / 03:23 PM IST

याओंडे (कैमरून), 27 अक्टूबर (एपी) राष्ट्रपति चुनाव के विश्वसनीय परिणामों की मांग को लेकर रैली निकाल रहे विपक्ष समर्थकों की कैमरून में सुरक्षा बलों के साथ झड़प के दौरान कम से कम चार प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। स्थानीय गवर्नर ने रविवार देर रात यह जानकारी दी।

कई दिनों की अशांति के बाद तथा विपक्षी उम्मीदवार इस्सा चिरोमा बाकरी के विरोध प्रदर्शन के आह्वान के जवाब में सैकड़ों लोग विभिन्न शहरों में सड़कों पर उतर आए। बाकरी का दावा है कि उन्होंने 12 अक्टूबर के चुनाव में राष्ट्रपति पॉल बिया को हराया था।

कैमरून की सर्वोच्च अदालत, संवैधानिक परिषद द्वारा सोमवार को अंतिम चुनाव परिणाम घोषित किये जाने की उम्मीद है, लेकिन विपक्ष और उनके समर्थकों ने अधिकारियों पर मतदान में धांधली करने का आरोप लगाया है।

लिटोरल क्षेत्र (जिसमें डौआला का आर्थिक केंद्र भी शामिल है) के गवर्नर सैमुएल डियूडोन इवाहा डिबौआ के अनुसार, डौआला में कुछ व्यक्तियों द्वारा सुरक्षा बलों और पुलिस थानों पर हमला करने के बाद चार प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई और कई सुरक्षा बल घायल हो गए।

अफ्रीकन मूवमेंट फॉर न्यू इंडिपेंडेंस एंड डेमोक्रेसी विपक्षी पार्टी और स्थानीय मीडिया ने पहले बताया था कि प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने की कोशिश कर रहे सुरक्षा बलों ने कम से कम दो प्रदर्शनकारियों को गोली मार दी।

ऑनलाइन वीडियो में प्रदर्शनकारियों को सुरक्षा बलों के साथ भिड़ते हुए देखा जा सकता है जिन्होंने आंसू गैस छोड़ी और डौआला तथा उत्तर में गरौआ और मारौआ सहित अन्य शहरों में प्रमुख सड़कों पर अवरोधक लगा रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने की कोशिश की।

हाल के दिनों में जारी विरोध प्रदर्शनों के दौरान दर्जनों विपक्ष समर्थकों, कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है। कैमरून के क्षेत्रीय प्रशासन मंत्री पॉल अतांगा न्जी ने शनिवार को संवाददाताओं को बताया कि सरकार ने हिंसक हमलों की साजिश रचने वाले कई लोगों को गिरफ्तार किया है।

उत्तरी शहर मारूआ के 27 वर्षीय व्यापारी और प्रदर्शनकारी ओउमारू बूबा ने कहा, ‘मैं अपने वोट की रक्षा के लिए अपनी जान जोखिम में डालने को तैयार हूं। मैंने चिरोमा को वोट दिया क्योंकि मैं बदलाव चाहता हूं।’

लगभग तीन करोड़ की आबादी वाले देश कैमरून में चुनाव से पहले तनाव बढ़ रहा था। दुनिया के सबसे बुजुर्ग नेता और लगभग आधी जिंदगी सत्ता में रहे 92 वर्षीय बिया के दोबारा चुनाव लड़ने के फैसले से देश के युवा और विपक्ष नाराज हैं।

विपक्ष ने बिया पर अपने सबसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी को अयोग्य ठहराने में हाथ होने तथा चुनाव को अपने पक्ष में करने के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।

भाषा तान्या नरेश

नरेश