ढाका में 12 मंजिला इमारत में भीषण आग, 42 लोगों को निकाला गया

ढाका में 12 मंजिला इमारत में भीषण आग, 42 लोगों को निकाला गया

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  • Publish Date - December 13, 2025 / 03:54 PM IST,
    Updated On - December 13, 2025 / 03:54 PM IST

ढाका, 13 दिसंबर (भाषा) बांग्लादेश की राजधानी ढाका के एक बाजार में 12 मंजिला बहुउद्देशीय इमारत के भूतल में शनिवार तड़के भीषण आग लग गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

केरानीगंज के बाबू बाजार इलाके में स्थित जबल-ए-नूर टावर में लगी आग में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

सरकारी समाचार एजेंसी ‘बीएसएस’ के अनुसार, अग्निशमन विभाग ने इमारत से कम से कम 42 लोगों को बाहर निकाल लिया।

ढाका में दो महीने के भीतर किसी बहुमंजिला इमारत में आग लगने की यह दूसरी घटना है। इससे पहले 14 अक्टूबर को राजधानी में एक रासायनिक गोदाम और उससे सटे वस्त्र कारखाने में भीषण आग लग गई थी, जिसमें कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई थी।

समाचार पोर्टल ‘टीबीएसन्यूडॉटनेट’ की खबर के अनुसार, अग्निशमन सेवा और नागरिक सुरक्षा को स्थानीय समयानुसार सुबह पांच बजकर 37 मिनट पर आग लगने की सूचना मिली, और अग्निशमन इकाइयां पांच बजकर 45 मिनट पर घटनास्थल पर पहुंच गईं।

दमकल सेवा के एक प्रवक्ता अनवारुल इस्लाम ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 18 इकाइयों को तैनात किया गया।

‘बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश’ (बीजीबी) के जनसंपर्क अधिकारी शरीफ उल इस्लाम ने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने, भीड़ को नियंत्रित करने और आपातकालीन कर्मियों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए बीजीबी के जवान भी घटनास्थल पर तैनात किए गए।

दमकल सेवा के अधिकारी (मीडिया प्रकोष्ठ) मोहम्मद शाहजहां सिकदर ने बताया कि आग प्रभावित इमारत में कई भवन हैं, जिनका एक ही बेसमेंट है।

उन्होंने बताया कि इमारत के भूतल और पहली मंजिल पर कपड़ों की दुकानें और कबाड़ के छोटे गोदाम हैं, जबकि ऊपरी मंजिलों में आवासीय फ्लैट हैं। बेसमेंट में केवल दो प्रवेश द्वार हैं।

आग बुझाने के लिए दमकलकर्मियों को अधिकांश दुकानों के ताले और शटर काटने पड़े, जिससे बचाव कार्य में देरी हुई।

आग लगने का कारण तुरंत पता नहीं चल सका।

‘द डेली स्टार’ अखबार के अनुसार, स्थानीय लोग और व्यापारी का कहना है कि बेसमेंट में रखे पुराने कपड़ों के ढेर से संभवत: आग भड़की होगी, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि आग का वास्तविक कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।

भाषा

खारी दिलीप

दिलीप