Nepal Protest News: नेपाल में भारी बवाल के बीच प्रधानमंत्री ओली ने दिया इस्तीफा.. सोशल मीडिया पर बैन हटाने के बावजूद जारी है प्रदर्शन

प्रदर्शनकारियों ने भक्तपुर के बालकोट स्थित प्रधानमंत्री ओली के आवास को आग लगा दी थी। इस दौरान ओली बालुवतार स्थित प्रधानमंत्री आवास पर थे। प्रदर्शनकारियों ने काठमांडू के नायकाप में पूर्व गृह मंत्री रमेश लेखक के आवास को भी आग लगा दी।

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  • Publish Date - September 9, 2025 / 02:19 PM IST,
    Updated On - September 9, 2025 / 02:29 PM IST

Nepal Protest Latest News || Image- IBC24 News File

HIGHLIGHTS
  • छात्रों के नेतृत्व में हिंसक प्रदर्शन जारी
  • ओली के इस्तीफे के बाद भी गुस्सा कायम
  • नेताओं के घरों में तोड़फोड़ और आगजनी

Nepal Protest Latest News: काठमांडू: सोशल मीडिया एप्स को देशभर में बैन किये जाने के बाद भारी बवाल हुआ था। लोग सडकों पर उतर आये थे और सरकार के खलाफ खड़े हो गए थे। लोगों के इस गुस्से को देखते हुए नेपाल की ओली सरकार ने अपना फैसला वापस ले लिया लेकिन प्रदर्शन अब भी जारी है। इस बीच खबर है कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भी इस्तीफ़ा दे दिया है।

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भारी विरोध, आगजनी, तोड़फोड़ के साथ जारी है हिंसा

गौरतलब है कि, नेपाल में मंगलवार को दूसरे दिन भी छात्रों के नेतृत्व में सरकार विरोधी हिंसक प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक रूप से एकत्र होने पर लगे प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हुए प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली के इस्तीफे की मांग करते हुए कई नेताओं के आवासों में तोड़फोड़ भी की थी। ‘जेन ज़ी’ के बैनर तले प्रदर्शनकारियों ने राजधानी के कई हिस्सों में ‘‘केपी चोर, देश छोड़ो’’ और ‘‘भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करो’’ जैसे नारे भी लगाए गए थे।

प्रदर्शनकारियों ने भक्तपुर के बालकोट स्थित प्रधानमंत्री ओली के आवास को आग लगा दी थी। इस दौरान ओली बालुवतार स्थित प्रधानमंत्री आवास पर थे। प्रदर्शनकारियों ने काठमांडू के नायकाप में पूर्व गृह मंत्री रमेश लेखक के आवास को भी आग लगा दी।

इससे ठीक एक दिन पहले सोमवार को सोशल मीडिया साइटों पर सरकार के प्रतिबंध के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर पुलिस द्वारा बल प्रयोग किए जाने के बाद रमेश लेखक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। पुलिस की कार्रवाई में सोमवार को 19 लोगों की मौत हो गयी थी और 300 से अधिक अन्य घायल हो गए थे। काठमांडू के कलंकी, कालीमाटी, तहाचल और बानेश्वर के साथ-साथ ललितपुर जिले के च्यासल, चापागौ और थेचो इलाकों से भी प्रदर्शनों की खबरें आईं। प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक रूप से एकत्र होने पर लगे प्रतिबंधों की अवहेलना करते हुए ‘‘छात्रों को मत मारो’’ जैसे नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर छात्र शामिल हैं।

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प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कलंकी में प्रदर्शनकारियों ने सुबह से ही सड़कों को अवरुद्ध करने के लिए टायर जलाए। मीडिया में आयी खबरों के अनुसार, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलायीं, जिसमें चार लोग घायल हो गए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, प्रदर्शनकारी युवकों ने ललितपुर जिले के सुनाकोठी स्थित संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के आवास पर भी पथराव किया। गुरुंग ने सोशल मीडिया साइटों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था। प्रदर्शनकारियों ने ललितपुर के खुमलतार स्थित पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ के आवास पर तोड़फोड़ की। उन्होंने काठमांडू के बुद्धनीलकंठ में पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के घर के सामने भी प्रदर्शन किया।

नेपाल में प्रदर्शन क्यों हो रहे हैं?

सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ छात्रों ने सरकार विरोधी आंदोलन शुरू किया।

क्या प्रधानमंत्री ओली ने इस्तीफा दे दिया है?

हां, केपी शर्मा ओली ने भारी विरोध और दबाव के चलते इस्तीफा दिया।

क्या सोशल मीडिया बैन हटा लिया गया है?

सरकार ने प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया बैन वापस ले लिया है, लेकिन हिंसा जारी है।