नेपाली प्रशासन ने सांप्रदायिक तनाव रोकने के लिए सीमावर्ती शहर में लागू कर्फ्यू को और सख्त किया

नेपाली प्रशासन ने सांप्रदायिक तनाव रोकने के लिए सीमावर्ती शहर में लागू कर्फ्यू को और सख्त किया

  •  
  • Publish Date - October 4, 2023 / 09:04 PM IST,
    Updated On - October 4, 2023 / 09:04 PM IST

(शिरीष बी प्रधान)

काठमांडू, चार अक्टूबर (भाषा) नेपाल के प्रशासन ने सांप्रदायिक तनाव की वजह से सीमावर्ती शहर में लगाए गए अनिश्चितकालीन कर्फ्यू को बुधवार को और सख्त कर दिया। वहीं प्रशासन ने भारत से देश में प्रवेश कर रहे लोगों को सुरक्षा कर्मियों के जरिए उनके गंतव्य तक पहुंचाया।

राजधानी काठमांडू से करीब 400 किलोमीटर दूर नेपालगंज में सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर हुए सांप्रदायिक संघर्ष में मंगलवार को पांच सुरक्षा कर्मियों समेत कम से कम 22 लोग जख्मी हो गए थे।

झड़प के बाद बांके जिला प्रशासन ने मंगलवार दोपहर एक बजे से अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लागू कर दिया था। इस शहर की सीमा उत्तर प्रदेश से लगती है।

बांके के मुख्य जिला अधिकारी बिपिन आचार्य ने कहा कि कर्फ्यू को सख्त कर दिया गया है, और जमुनहा प्रवेश स्थल से नेपाल में आने लोगों को सुरक्षा कर्मियों के साथ उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन शहर में मामले को हल करने के लिए जल्द से जल्द एक सर्वदलीय बैठक बुलाएगा।

जमुनहा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मिन बहादुर बिस्ता के अनुसार, अब तक भारत से आए 1,500 नेपालियों को उस स्थान तक सुरक्षित पहुंचाया गया है, जहां से वे सुरक्षित तरीके से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।

उन्होंने कहा कि नेपाली लोग शिमला, कालापहाड़ और दिल्ली सहित भारत के विभिन्न स्थानों से जिले के जमुनहा के रास्ते वतन लौट रहे हैं।

इस बीच, स्थानीय प्रशासन ने सभी लोगों से तनाव को कम करने के लिए सहयोग करने एवं सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को खतरे में डालने वाली कोई भी सामग्री सोशल मीडिया पर साझा नहीं करने का आग्रह किया है।

नेपालगंज स्थित राजनीतिक दलों, धार्मिक नेताओं, नागरिक संगठनों के कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों ने शहर में शांति और सद्भाव बहाल करने की अपील की है।

भाषा

नोमान अविनाश

अविनाश