अफगानिस्तान में पश्चिमी कानूनों की कोई जरूरत नहीं: तालिबान

अफगानिस्तान में पश्चिमी कानूनों की कोई जरूरत नहीं: तालिबान

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  • Publish Date - March 31, 2025 / 09:25 AM IST,
    Updated On - March 31, 2025 / 09:25 AM IST

काबुल, 31 मार्च (एपी) तालिबान के एक नेता ने रविवार को कहा कि अफगानिस्तान में पश्चिमी देशों के कानूनों की कोई जरूरत नहीं है और जब तक शरिया कानून प्रभावी हैं, तब तक लोकतंत्र का अस्तित्व नहीं है।

तालिबानी नेता हिबतुल्ला अखुंदजादा ने कंधार स्थित ईदगाह मस्जिद में ईद-उल-फितर पर उपदेश देते हुए यह टिप्पणी की। इस उपदेश का 50 मिनट का ऑडियो तालिबान सरकार के मुख्य प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किया।

अखुंदजादा ने इस्लामी कानूनों के महत्व पर जोर देते हुए कहा, ‘पश्चिमी देशों के कानूनों की कोई जरूरत नहीं है। हम अपने कानून खुद बनाएंगे।’

अखुंदजादा ने पश्चिम की आलोचना करते हुए रविवार को कहा कि गैर-मुसलमान मुसलमानों के खिलाफ एकजुट हो गए हैं।

तालिबानी नेता ने गाजा में इजराइल-हमास युद्ध का हवाला देते हुए कहा कि अमेरिका एवं अन्य देशों ने मिलकर इस्लाम के प्रति शत्रुता दिखाई है।

अखुंदजादा ने कहा कि अफगानिस्तान में लोकतंत्र समाप्त हो चुका है और शरिया लागू है।

तालिबान ने अफगान महिलाओं और लड़कियों पर प्रतिबंध लगाते हुए उन्हें शिक्षा, कई नौकरियों और अधिकतर सार्वजनिक स्थानों पर आने-जाने से वंचित कर दिया गया है। इस तरह के कदमों ने तालिबान को वैश्विक मंच पर अलग-थलग कर दिया है लेकिन उसने चीन और संयुक्त अरब अमीरात सहित कई देशों के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किए हैं।

एपी योगेश सिम्मी

सिम्मी