अफगानिस्तान में गृह युद्ध की स्थिति में पाकिस्तान को पांच लाख शरणार्थियों की उम्मीद

अफगानिस्तान में गृह युद्ध की स्थिति में पाकिस्तान को पांच लाख शरणार्थियों की उम्मीद

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  • Publish Date - July 7, 2021 / 12:36 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:10 PM IST

इस्लामाबाद, सात जुलाई (भाषा) पाकिस्तान को पड़ोसी देश अफगानिस्तान में गृहयुद्ध की स्थिति में करीब पांच लाख नये अफगान शरणार्थियों के देश में आने की उम्मीद है। यह जानकारी बुधवार को यहां मीडिया में आयी खबर से मिली।

युद्ध प्रभावित अफगानिस्तान में तालिबान आतंकवादी तेजी से बढ़त हासिल कर रहे हैं।

‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर में कहा गया है कि पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि इस बार शरणार्थियों को देश के बसावट वाले हिस्सों में जाने देने की बजाय सीमावर्ती इलाकों में विशेष शिविरों में रखा जाएगा।

पूर्व सोवियत संघ के आक्रमण के बाद अफगान शरणार्थी पाकिस्तान आने लगे थे।

पाकिस्तान उन्हें वापस भेजने पर जोर दे रहा है, लेकिन अगर अफगानिस्तान गृह युद्ध में फंसा तो उसे नये शरणार्थियों का सामना करना पड़ सकता है।

हाल ही में सांसदों के एक चुनिंदा समूह को दी गई एक जानकारी में पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों ने अफगानिस्तान में शांति की संभावनाएं खारिज की थी।

सांसदों को बताया गया कि अफगानिस्तान तेजी से गृहयुद्ध की ओर बढ़ रहा है, जो पाकिस्तान के लिए अच्छा नहीं है। मीडिया की खबर में कहा गया है कि अफगानिस्तान में अशांति के नतीजों में आतंकवाद में वृद्धि और अफगान शरणार्थियों की ताजा आमद शामिल है।

समाचारपत्र ने पाकिस्तानी अधिकारियों के हवाले से कहा कि हाल के हफ्तों में तालिबान को काफी तेजी से बढ़त मिली है, लेकिन अगर अफगान सुरक्षा बल कुछ प्रतिरोध दिखाते हैं तो स्थिति बदल सकती है।

हाल के हफ्तों में, तालिबानियों ने अफगानिस्तान के ग्रामीण जिलों के लगभग एक तिहाई हिस्से पर कब्जा कर लिया है और कई प्रांतीय राजधानियों को घेर लिया है। अपने सैनिकों को 11 सितंबर तक अफगानिस्तान से वापस बुलाने की योजना के तहत अमेरिका द्वारा मुख्य अफगान बेस खाली करने के बाद से तालिबान की बढ़त के मद्देनजर अफगान सुरक्षा बलों के सदस्य बड़ी संख्या में पड़ोसी देश ताजिकिस्तान भाग गए हैं।

भाषा अमित नरेश

नरेश