Paetongtarn Shinawatra Phone Call: गंवानी पड़ी प्रधानमंत्री की कुर्सी, फोन कॉल लीक मामले में कोर्ट ने सुनाया ऐतिहासिक फैसला, जानिए पेटोंगटार्न शिनवात्रा ने किनसे की थी बात

Paetongtarn Shinawatra Phone Call: गंवानी पड़ी प्रधानमंत्री की कुर्सी, फोन कॉल लीक मामले में कोर्ट ने सुनाया ऐतिहासिक फैसला, जानिए पेटोंगटार्न शिनवात्रा ने किनसे की थी बात

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  • Publish Date - July 1, 2025 / 01:41 PM IST,
    Updated On - July 1, 2025 / 01:49 PM IST

Paetongtarn Shinawatra Phone Call: फोन कॉल लीक मामले में नप गईं यहां की प्रधानमंत्री / Image Source: File

HIGHLIGHTS
  • प्रधानमंत्री को फोन कॉल लीक मामले में पद से निलंबित किया
  • कंबोडिया के पूर्व नेता से कथित फोन कॉल
  • आम जनता ने जताया विरोध

बैंकॉक: Paetongtarn Shinawatra Phone Call थाईलैंड की संवैधानिक अदालत ने कंबोडिया के एक पूर्व नेता के साथ फोन कॉल के लीक होने के मामले में जांच लंबित रहने तक प्रधानमंत्री पेटोंगटार्न शिनवात्रा को पद से निलंबित कर दिया है।

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न्यायाधीशों ने नैतिकता के उल्लंघन के आरोप वाली याचिका पर सर्वसम्मति से विचार किया और उन्हें पद से निलंबित करने के पक्ष में दो के मुकाबले सात मतों से मतदान किया।

Paetongtarn Shinawatra Phone Call पेटोंगटार्न को कंबोडिया के साथ हालिया सीमा विवाद से निपटने के लिए बढ़ते असंतोष का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें 28 मई को एक सशस्त्र टकराव शामिल है जिसमें एक कंबोडियाई सैनिक मारा गया था।

सीमा विवाद पर कूटनीतिक पहल के दौरान लीक हुए इस फोन कॉल के कारण उनके खिलाफ कई शिकायतें और सार्वजनिक विरोध सामने आए।

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Paetongtarn Shinawatra Phone Call मामले में उन्हें क्यों निलंबित किया गया है?

प्रधानमंत्री पेटोंगटार्न शिनवात्रा को कंबोडिया के पूर्व नेता के साथ एक कथित फोन कॉल लीक होने के बाद नैतिकता उल्लंघन की जांच लंबित रहने तक संवैधानिक अदालत ने पद से निलंबित किया है।

क्या Paetongtarn Shinawatra Phone Call मामले में कोई आपराधिक मामला दर्ज किया गया है?

फिलहाल यह मामला नैतिक आचरण और संवैधानिक दायित्वों के उल्लंघन का है। आपराधिक जांच की पुष्टि अभी नहीं हुई है, लेकिन संवैधानिक अदालत इसकी वैधानिकता जांच रही है।

क्या Paetongtarn Shinawatra Phone Call के कारण थाईलैंड-कंबोडिया सीमा विवाद और बढ़ा?

हां, फोन कॉल लीक की टाइमिंग सीमा विवाद के बीच सामने आई, जिसने कूटनीतिक तनाव और जन असंतोष को बढ़ाया।

क्या पेटोंगटार्न शिनवात्रा अब भी प्रधानमंत्री के अधिकारों का इस्तेमाल कर सकती हैं?

नहीं, संवैधानिक अदालत द्वारा निलंबन के बाद वह अपने पद और उससे जुड़े अधिकारों का उपयोग नहीं कर सकतीं जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती।

क्या यह मामला थाईलैंड की राजनीति को प्रभावित कर सकता है?

हां, Paetongtarn Shinawatra Phone Call मामले ने पहले ही विरोध और अस्थिरता को जन्म दिया है, जिससे देश की राजनीतिक स्थिरता प्रभावित हो सकती है।