Village of IITians: हर गांव किसी न किसी काम से प्रसिद्ध होता है, ठीक उसी तरह एक गाव है जहां हर घर में IIT इंजीनियर है। IIT यानी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की परीक्षा देश की मुश्किल परीक्षाओं में से एक होती है। इसमें चयन होना किसी के लिए भी बड़ी बात होती है। लेकिन बिहार में एक ऐसा गांव है जहां लगभग हर घर से बच्चे IIT में चयन होते हैं।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां Click करें*<<
IIT में पढ़ना लगभग हर बच्चे का सपना होता है। देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक IIT निकालने के बाद नौकरी मिलना तय माना जाता है। इसकी परीक्षा भी काफी कठिन होती है जिसे पास करना सबके बस की बात नहीं है। बच्चे इसके लिए कड़ी मेहनत करते हैं और पहले से ही तैयारी करते हैं तब जाकर कहीं वे यह परीक्षा पास कर पाते हैं।
एक रिपोर्ट्स के अनुसार, यह सिलसिला साल 1996 से चल रहा है। बिहार के गया जिले का पटवाटोली गांव आईआईटीयन्स के गांव के नाम से जाना जाता है। इस गांव से हर साल करीब एक दर्जन बच्चे आईआईटी की प्रतियोगिता परीक्षा पास करते हैं और उन्हें देश के इस प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ाई करने का मौका मिलता है। जानकारी के अनुसार, ये बच्चे बिना किसी कोचिंग की मदद के ही यह परीक्षा पास करते हैं।
बच्चे गांव की ही लाइब्रेरी की मदद से तैयारी करते हैं। यह लाइब्रेरी यहां के ही युवाओं की ओर से चलाई जाती है जिसके लिए कोई फीस नहीं ली जाती है। साथ ही यहां के जो लोग आईआईटी में पढ़ाई कर चुके हैं या पढ़ रहे हैं वे भी अपने गांव के इन बच्चों को ऑनलाइन क्लास के जरिए पढ़ाते हैं। IIT में पढ़ रहे बच्चों से मदद मिलने के बाद यहाँ के बच्चों के लिए आईआईटी की परीक्षा निकालना थोड़ा आसान हो जाता है। बता दें कि यहाँ के बच्चों का आईआईटी की प्रवेश परीक्षा में हर साल अच्छा प्रदर्शन रहता है साथ ही कई बच्चों का सेलेक्शन भी होता है, इसलिए इस गांव को ‘IIT गांव’ भी कहा जाता है।