पटना । भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने बिहार में डेंगू के प्रकोप के लिए प्रदेश की महागठबंधन सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए सोमवार को दावा किया कि यह राज्य में सभी रिकॉर्ड तोड़ रहा है। पूर्व उपमुख्यमंत्री राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डेंगू वार्ड का सोमवार को निरीक्षण करने के बाद यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। सुशील ने कहा, ‘‘अगस्त में ही निवारक कदम उठाए जाने चाहिए थे जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके डिप्टी तेजस्वी यादव नई सरकार बनाने में व्यस्त थे।’’ उनका इशारा प्रदेश में डेंगू के लगातार बढ़ते प्रकोप की ओर था जिसकी चपेट में करीब 8000 लोग आ चुके हैं ।
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बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के अनुसार रविवार को प्रदेश में डेंगू के 295 नए मामले प्रकाश में आए जिससे जनवरी के बाद से डेंगू से पीडित हुए लोगों की कुल संख्या 7871 हो गई। सुशील ने आरोप लगाया, ‘‘सरकार ने फॉगिंग और एंटी लार्वा स्प्रे की कभी परवाह नहीं की। अस्पतालों में मशीनें धूल फांक रही हैं। स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा संभाल रहे उपमुख्यमंत्री ने कभी भी विभाग की समीक्षा बैठक करने की जहमत नहीं उठाई। मुख्यमंत्री अपनी महत्वाकांक्षाओं (2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम) में व्यस्त हैं।’’ उल्लेखनीय है कि यादव ने पिछले हफ्ते एक राज्यव्यापी सघन फॉगिंग और एंटी लार्वा स्प्रे अभियान की शुरूआत की थी, जिसके तहत उन्होंने राजधानी शहर में सैकड़ों चार पहिया वाहनों और मोटरसाइकिलों को हरी झंडी दिखाई थी।
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री ने सरकारी अस्पतालों के डेंगू वार्डों का औचक निरीक्षण किया था तथा प्रदेश की राजधानी पटना के दूसरे सबसे अस्पताल नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की स्थिति पर नाखुशी का इजहार करने के बाद वहां के अधीक्षक को निलंबित करने का आदेश दिया था। सुशील के पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद अस्पताल के अधीक्षक इंद्र भूषण ठाकुर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि क्या कहा जा रहा है लेकिन अस्पताल में कोई सुस्ती नहीं बरती जा रही है और जो न केवल डेंगू को लेकर तैयार है बल्कि दिवाली और छठ उत्सव के दौरान उत्पन्न होने वाली आकस्मिकताओं को भी पूरा कर सकता है।