Pushpam Priya Bihar Election Result || Image- Pushpam Priya twitter
Pushpam Priya Bihar Election Result: दरभंगा: बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। सत्ताधारी भाजपा-जदयू के एनडीए गठबंधन ने ऐतिहासिक सफलता दर्ज करते हुए 243 में से 202 सीटों पर कब्जा जमाया है। दोनों ही पार्टियों ने 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिनमें भाजपा को 89 और जदयू को 85 सीटें मिलीं। राजग के अन्य सहयोगी दलों-चिराग पासवान की पार्टी को 19, हिन्दुस्तान अवाम पार्टी को 5 और पहली बार चुनाव लड़ रही आरएलएम को 4 सीटें हासिल हुईं।
दूसरी ओर, महागठबंधन पूरी तरह धराशायी हो गया। पूरे गठबंधन को मात्र 35 सीटें मिलीं, जबकि एआईएमआईएम को 5 और बसपा को 1 सीट पर जीत मिली। एनडीए की प्रचंड लहर में प्रशांत किशोर और केजरीवाल की पार्टी भी टिक नहीं पाई और दोनों ही दलों के एक भी उम्मीदवार जीत दर्ज नहीं कर सके। किसी भी निर्दलीय उम्मीदवार को भी सफलता नहीं मिली और सभी की जमानत जब्त हो गई।
जिन दलों के उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई है, उनमें प्लुरल्स पार्टी की पुष्पम प्रिया चौधरी भी शामिल हैं। यह उनका दूसरा विधानसभा चुनाव था, लेकिन नतीजा पहले की तरह ही निराशाजनक रहा। पुष्पम प्रिया दरभंगा सीट से चुनाव मैदान में थीं, लेकिन उनकी जमानत जब्त हो गई। वह दूसरे या तीसरे नहीं, बल्कि आठवें स्थान पर रहीं। उन्हें कुल 1403 वोट मिले, जो NOTA को मिले 1468 वोटों से भी कम हैं।
Pushpam Priya Bihar Election Result: अप्रत्याशित नतीजों के बाद पुष्पम प्रिया ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराज़गी जाहिर की। उन्होंने बड़े पैमाने पर चुनावी गड़बड़ी का आरोप लगाया। एक्स (Twitter) पर पोस्ट करते हुए उन्होंने दावा किया कि ईवीएम में गड़बड़ी के कारण इस बार उनकी मां, उनके घर और हर मोहल्ले में मौजूद रिश्तेदारों तक के वोट बीजेपी उम्मीदवार को ट्रांसफर हो गए हैं। उन्होंने चुनाव प्रक्रिया और वोटिंग पैटर्न पर सवाल उठाते हुए अपनी पूरी शिकायत सोशल मीडिया पर साझा की है। पढ़ें क्या लिखा है पुष्पम प्रिया ने..
EVM rigging में इस बार मेरी माँ, घर व हर मुहल्ले में रिश्तेदारों तक के वोट बीजेपी उम्मीदवार को ट्रांसफ़र। हर बूथ पर सैकड़ों वोट मैनिपुलेशन का साफ़ प्रमाण! वोटर हतप्रभ कि वोट कहाँ गए? जहां सैकड़ों वोट मिले उन बूथों पर भी संख्या 0-2 से 5-7 तक! हर बूथ पर एक-सा पैटर्न! सांख्यिकीय रूप…
— Pushpam Priya Choudhary (@pushpampc13) November 14, 2025
प्रिय देशवासियों,
EVM लोकतंत्र के लिए समस्या बना दिया गया है। यह मैं इसलिए नहीं कह रही कि मैं हार गई, या भावुक हो गई या मुझे सदमा लगा है। यह सब ट्रोल की भाषा है। देखिए, मैं विश्वप्रतिष्ठित संस्थानों से पढ़ी हूँ। राजनीति और चुनाव पर बढ़िया रिसर्च किया है, विशिष्टता रही है।…— Pushpam Priya Choudhary (@pushpampc13) November 14, 2025
गौरतलब है कि, बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों ने शुक्रवार को ऐतिहासिक जनादेश दिया। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने 200 सीटों का आंकड़ा पार कर लिया और अपने लक्ष्य “2025 में 225, नीतीश से फिर” के बेहद करीब पहुँच गया। हालाँकि एनडीए 243 सीटों में से 225 का सटीक आंकड़ा तो नहीं छू सकी, लेकिन उनकी जीत का पैमाना उम्मीदों से कहीं बढ़कर था।
ज़्यादातर एग्ज़िट पोल्स ने एनडीए के बढ़त और जीत का अनुमान लगाया था , लेकिन किसी ने भी 200 के पार जाने की उम्मीद नहीं जताई थी। राजद के पारंपरिक मुस्लिम-यादव (एमवाई) समीकरण के तेज़ी से बिखरने के साथ, महागठबंधन पूरे राज्य में बिखर गया। सीमांचल में, मुस्लिम वोटों का एक बड़ा हिस्सा एआईएमआईएम की ओर चला गया, जिससे तेजस्वी यादव के गठबंधन को बड़ा झटका लगा। बहुचर्चित “जन सुराज” लहर भी नहीं चल पाई।
Pushpam Priya Bihar Election Result: नीतीश कुमार अब रिकॉर्ड दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए तैयार हैं। नतीजे 2010 जैसे ही रहे, हालांकि तब जेडी(यू) 115 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, जबकि बीजेपी 91 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर थी। इस बार, बीजेपी सबसे ज़्यादा सीटें जीत रही है, जबकि जेडी (यू) दूसरे सबसे बड़े सहयोगी के रूप में उभरी है। दोनों पार्टियों ने 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इसमें भाजपा को 89 और जेडीयू को 85 सीटें हासिल हुई। सबसे बड़ी बात यह रही कि, सरकार के खिलाफ एंटी इंकम्बेंसी के विपरीत प्रो इंकम्बेंसी देखने को मिली। नीतीश सरकार में मंत्रियों के प्रदर्शन की बात करें तो सिर्फ एक मंत्री को ही हार का सामना करना पड़ा जबकि 28 ने अपने-अपने इलाकों में शानदार प्रदर्शन किया।
बात करें असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) की तो इस दल ने बिहार विधानसभा चुनाव में पांच सीट पर जीत दर्ज की है। निर्वाचन आयोग ने यह जानकारी दी। मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र में खासा प्रभाव रखने वाली इस पार्टी ने 243 विधानसभा सीटों में से 29 पर चुनाव लड़ा। जिन सीटों पर उसने चुनाव लड़ा, उनमें से 24 सीट सीमांचल क्षेत्र की हैं।
एआईएमआईएम के अख्तरुल ईमान ने अमौर सीट पर 38,928 मतों से जीत दर्ज की। उन्हें 1,00,836 वोट मिले। मोहम्मद सरवर आलम ने कोचाधामन में 23,021 वोटों से जीत हासिल की, उन्हें कुल 81,860 वोट मिले। गुलाम सरवर ने बैसी सीट पर 27,251 वोटों से जीत हासिल की और उन्हें कुल 92,766 वोट मिले। मोहम्मद मुर्शीद आलम ने जोकीहाट सीट पर 28,803 वोटों से जीत हासिल की और उन्हें कुल 83,737 वोट मिले। बहादुरगंज सीट से पार्टी के उम्मीदवार मोहम्मद तौसीफ आलम ने 28,726 वोटों से जीत हासिल की। उन्हें 87,315 वोट मिले। एआईएमआईएम ने सत्तारूढ़ या विपक्षी गठबंधन में शामिल हुए बिना, स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा।
Pushpam Priya Bihar Election Result: हैदराबाद में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि बिहार की जनता ने स्पष्ट फैसला सुनाया है। ओवैसी ने कहा, ‘‘ हमारा ध्यान सीमांचल में प्रगति लाने, बाल मृत्यु दर को कम करने तथा स्कूल, अस्पताल, पुल और उद्योग बनाने पर होगा।’’