Maithili Thakur Emotional Video || Image- IBC24 News File
Maithili Thakur Emotional Video: पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में अलीनगर सीट पर लोक गायिका मैथिली ठाकुर को शानदार जीत हासिल हुई है। शपथ लेने के बाद वह बिहार की सबसे युवा (25) विधायक बन जाएंगी। जीत के बाद हर तरफ जश्न का माहौल था, लोग खुशियां मना रहे थे। इसी बीच मैथिली की मां खुशी से रोने लगीं। इसके बाद विधायक बेटी ने मां को संभाला और दुलार भी किया। कुछ मिनटों का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
⚡ WATCH | Maithili Thakur wins Alinagar seat, becomes Bihar’s youngest MLA at 25! Her mother bursts into tears of joy. BJP candidate defeated RJD’s Binod Mishra by 11,730 votes. 💫#BiharElection2025 #NDA_कहे_आभार_बिहार#ElectionUpdate pic.twitter.com/XStc1ACs1h
— Arpana Baishya (@ArpanaSpeaks) November 14, 2025
एएनआई से बातचीत में ठाकुर ने कहा कि लोग मुझसे बहुत उम्मीदें रखते हैं। विधायक के रूप में यह मेरा पहला कार्यकाल होगा और मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगी। मैं अपने लोगों की बेटी की तरह सेवा करूँगी। मैं अभी केवल अलीनगर को देख सकती हूं और यह देख सकती हूं कि मैं उनके लिए कैसे काम कर सकती हूं।
चुनाव में दरभंगा जिले की अलीनगर विधानसभा सीट से एनडीए समर्थित भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उम्मीदवार मैथिली ठाकुर ने जीत दर्ज कर ली है। प्रसिद्ध लोक गायिका मैथिली ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के उम्मीदवार विनोद मिश्रा को 11730 से ज्यादा मतों के अंतर से हराया। मैथिली महज 25 साल की उम्र में विधायक बनी हैं। काउंटिंग के दौरान अलीनगर सीट पर भाजपा और राजद का मार्जिन कम-ज्यादा होता रहा, लेकिन हर राउंड में मैथिली ने बढ़त बनाए रखी। अलीनगर से कुल 12 प्रत्याशी मैदान में रहे, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा और राजद के बीच ही था।
Maithili Thakur Emotional Video: गौरतलब है कि, बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों ने शुक्रवार को ऐतिहासिक जनादेश दिया। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने 200 सीटों का आंकड़ा पार कर लिया और अपने लक्ष्य “2025 में 225, नीतीश से फिर” के बेहद करीब पहुँच गया। हालाँकि एनडीए 243 सीटों में से 225 का सटीक आंकड़ा तो नहीं छू सकी, लेकिन उनकी जीत का पैमाना उम्मीदों से कहीं बढ़कर था।
ज़्यादातर एग्ज़िट पोल्स ने एनडीए के बढ़त और जीत का अनुमान लगाया था , लेकिन किसी ने भी 200 के पार जाने की उम्मीद नहीं जताई थी। राजद के पारंपरिक मुस्लिम-यादव (एमवाई) समीकरण के तेज़ी से बिखरने के साथ, महागठबंधन पूरे राज्य में बिखर गया। सीमांचल में, मुस्लिम वोटों का एक बड़ा हिस्सा एआईएमआईएम की ओर चला गया, जिससे तेजस्वी यादव के गठबंधन को बड़ा झटका लगा। बहुचर्चित “जन सुराज” लहर भी नहीं चल पाई।
नीतीश कुमार अब रिकॉर्ड दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए तैयार हैं। नतीजे 2010 जैसे ही रहे, हालांकि तब जेडी(यू) 115 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, जबकि बीजेपी 91 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर थी। इस बार, बीजेपी सबसे ज़्यादा सीटें जीत रही है, जबकि जेडी (यू) दूसरे सबसे बड़े सहयोगी के रूप में उभरी है। दोनों पार्टियों ने 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इसमें भाजपा को 89 और जेडीयू को 85 सीटें हासिल हुई। सबसे बड़ी बात यह रही कि, सरकार के खिलाफ एंटी इंकम्बेंसी के विपरीत प्रो इंकम्बेंसी देखने को मिली। नीतीश सरकार में मंत्रियों के प्रदर्शन की बात करें तो सिर्फ एक मंत्री को ही हार का सामना करना पड़ा जबकि 28 ने अपने-अपने इलाकों में शानदार प्रदर्शन किया।
Maithili Thakur Emotional Video: बात करें असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) की तो इस दल ने बिहार विधानसभा चुनाव में पांच सीट पर जीत दर्ज की है। निर्वाचन आयोग ने यह जानकारी दी। मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र में खासा प्रभाव रखने वाली इस पार्टी ने 243 विधानसभा सीटों में से 29 पर चुनाव लड़ा। जिन सीटों पर उसने चुनाव लड़ा, उनमें से 24 सीट सीमांचल क्षेत्र की हैं।
एआईएमआईएम के अख्तरुल ईमान ने अमौर सीट पर 38,928 मतों से जीत दर्ज की। उन्हें 1,00,836 वोट मिले। मोहम्मद सरवर आलम ने कोचाधामन में 23,021 वोटों से जीत हासिल की, उन्हें कुल 81,860 वोट मिले। गुलाम सरवर ने बैसी सीट पर 27,251 वोटों से जीत हासिल की और उन्हें कुल 92,766 वोट मिले। मोहम्मद मुर्शीद आलम ने जोकीहाट सीट पर 28,803 वोटों से जीत हासिल की और उन्हें कुल 83,737 वोट मिले। बहादुरगंज सीट से पार्टी के उम्मीदवार मोहम्मद तौसीफ आलम ने 28,726 वोटों से जीत हासिल की। उन्हें 87,315 वोट मिले। एआईएमआईएम ने सत्तारूढ़ या विपक्षी गठबंधन में शामिल हुए बिना, स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा।
Maithili Thakur Emotional Video: हैदराबाद में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि बिहार की जनता ने स्पष्ट फैसला सुनाया है। ओवैसी ने कहा, ‘‘ हमारा ध्यान सीमांचल में प्रगति लाने, बाल मृत्यु दर को कम करने तथा स्कूल, अस्पताल, पुल और उद्योग बनाने पर होगा।’’