Tejashwi Yadav Voter List: बिहार के मतदाता लिस्ट तेजस्वी यादव का नाम गायब!.. राजद नेता ने पूछा, “अब कैसे लडूंगा चुनाव”..

बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैस-वैसे सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। इस बीच सूबे में वोटिंग लिस्ट के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया कराई जा रही है, जिसको लेकर विपक्ष लगातार चुनाव आयोग के ऊपर हमलावर है।

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  • Publish Date - August 2, 2025 / 01:44 PM IST,
    Updated On - August 2, 2025 / 01:47 PM IST

Tejashwi Yadav on Voter List || Image- IBC24 News File

HIGHLIGHTS
  • तेजस्वी यादव का नाम वोटर लिस्ट से हटा।
  • ईसीआई पर पारदर्शिता नहीं रखने का आरोप।
  • महागठबंधन ने चुनाव आयोग को सौंपा ज्ञापन।

Tejashwi Yadav on Voter List: पटना: बिहार में राष्ट्रीय जनता दल के सीएम फेस और पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सनसनीखेज दावा किया है। उन्होंने बताया है कि बिहार में जारी मतदाता गहन पुनरीक्षण के बाद उनका ही नाम मतदाता सूची से काट दिया गया है। उन्होंने एसआईआर के लिए प्रपत्र भरकर जमा भी किया था लेकिन अब उनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं है।

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क्या कहा तेजस्वी यादव ने?

मीडिया से बातचीत में राजद नेता ने कहा, “एसआईआर की शुरुआत से ही इसमें कोई पारदर्शिता नहीं रही है। उन्होंने इसे राजनीतिक दलों को शामिल किए बिना शुरू कर दिया। विपक्ष ने समय पर सवाल उठाया… हमारे प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की, हमारी शिकायतों, सुझावों पर ध्यान नहीं दिया गया। ईसीआई ने सुप्रीम कोर्ट के सुझावों की भी उपेक्षा की है। हम कह रहे थे कि गरीब लोगों के नाम हटा दिए जाएंगे। हालांकि आयोग ने कहा कि ऐसा नहीं होगा. अब यह प्रक्रिया पूरी हो गई है, सूची राजनीतिक दलों को निर्वाचन क्षेत्रवार दी जा रही है। चुनाव आयोग ने कहा था कि हटाने का कारण साझा किया जाएगा। कल, महागठबंधन का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग के पास गया, हमारी आपत्तियों को शेयर किया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।’

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Tejashwi Yadav on Voter List: उन्होंने कहा, ‘एसआईआर की शुरुआत से ही इसमें कोई पारदर्शिता नहीं रही है. उन्होंने इसे राजनीतिक दलों को शामिल किए बिना शुरू कर दिया। विपक्ष ने समय पर सवाल उठाया। हमारे प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की, हमारी शिकायतों, सुझावों पर ध्यान नहीं दिया गया। ईसीआई ने सुप्रीम कोर्ट के सुझावों की भी उपेक्षा की है। हम कह रहे थे कि गरीब लोगों के नाम हटा दिए जाएंगे। हालांकि आयोग ने कहा कि ऐसा नहीं होगा। अब यह प्रक्रिया पूरी हो गई है, सूची राजनीतिक दलों को निर्वाचन क्षेत्रवार दी जा रही है। चुनाव आयोग ने कहा था कि हटाने का कारण साझा किया जाएगा। कल, महागठबंधन का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग के पास गया, हमारी आपत्तियों को शेयर किया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। ऐसा लग रहा है कि चुनाव आयोग ने गुजरात के दो लोगों के निर्देशों के अनुसार बिहार की मतदाता सूची तैयार करने का फैसला किया है।’

1. तेजस्वी यादव का नाम मतदाता सूची से क्यों हटा?

तेजस्वी यादव का दावा है कि उन्होंने SIR फॉर्म जमा किया था, फिर भी उनका नाम हटाया गया, जबकि उन्हें कोई कारण नहीं बताया गया।

2. तेजस्वी ने चुनाव आयोग पर क्या आरोप लगाए हैं?

उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग ने प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं रखी, विपक्ष की शिकायतें नहीं सुनी और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की अनदेखी की।

3. क्या यह केवल तेजस्वी यादव का मामला है?

नहीं, तेजस्वी का कहना है कि यह केवल उनका मामला नहीं है, गरीबों और आम लोगों के नाम भी बिना सूचना के हटाए गए हैं।