Mahakumbh Organised in Waqf Board Land: ‘वक्फ बोर्ड की है जमीन जहां महाकुंभ का हो रहा आयोजन’ ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने किया दावा
Mahakumbh Organised in Waqf Board Land: 'वक्फ बोर्ड की है जमीन जहां महाकुंभ का हो रहा आयोजन' ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने किया दावा
Mahakumbh Organised in Waqf Board Land / 'वक्फ बोर्ड की है जमीन जहां महाकुंभ का हो रहा आयोजन' / Image Source: Screengrab
प्रयागराज: Mahakumbh Organised in Waqf Board Land उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 144 साल बाद होने वाले महाकुंभ के लिए तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। महाकुंभ में शामिल होने के लिए साधू संतों का आगमन भी शुरू हो चुका है। लेकिन इस बीच ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने ऐसा दावा कर दिया है कि सियासी गलियारों में बवाल मच गया है। मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने दावा करते हुए कहा है कि जिस जमीन पर महाकुंभ का आयोजन किया गया है वो वक्फ की है।
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Mahakumbh Organised in Waqf Board Land दरअसल आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि प्रयागराज के रहने वाले सरताज ने दावा किया है कि कुंभ मेले की जहां तैयारियां की जा रही हैं, वो जमीन वक्फ की है। ये जमीन लगभग 54 विघह है। मुसलमानों ने बड़ा दिल दिखाते हुए इस पर कोई आपत्ति नही की, कुंभ मेले के सारे इंतजाम इसी वक्फ की जमीन पर हो रहे हैं।
उन्होंने कहा आगे कहा कि दूसरी तरफ अखाड़ा परिषद और दूसरे बाबा लोग मुसलमानों के प्रवेश पर पाबंदी लगा रहे हैं, ये तंग नजरी छोड़नी होगी। मुसलमानों ने बड़ा दिल दिखाते हुए कोई भी आपत्ति नहीं की, साधु-संतों को इस पर सोचना चाहिए। मनोज मुंतशिर ने एक वीडियो में कहा कि पांच सवालों का जवाब मिल जाए तो वो खुद सरकार को चिट्ठी लिखेंगे और अपील करेंगे कि सभी मुसलमानों को कुंभ में आने दिया जाए।
गौरतलब है कि बीते महीने की 4 तारीचा को महाकुंभ को लेकर प्रयागराज में भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक हुई थी। बैठक में प्रस्ताव पास हुआ कि महाकुंभ मेले में सिर्फ सनातनियों को ही एंट्री मिलेगी। कोई भी मुखौटा लगाकर गलत तरीके से कुंभ मेले में प्रवेश कर सनातन संस्कृति और परंपरा को दूषित कर सकता है। इस बयान के बाद से ही लगातार महाकुंभ में मुसलमानों की एंट्री को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है।
प्रयागराज में जिस जमीन पर कुंभ मेला लग रहा है, वो 54 बीघा जमीन वक्फ की है : मौलाना शहाबुद्दीन रजवी, बरेलवी pic.twitter.com/n9gm8PpaT3
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) January 5, 2025
FAQ Section
1. “महाकुंभ” क्या है और इसका महत्व क्या है?
महाकुंभ हिंदू धर्म का एक बड़ा धार्मिक आयोजन है, जो हर 12 साल में एक बार चार पवित्र स्थलों (प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन, और नासिक) में से किसी एक पर आयोजित होता है। इसमें लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना, और पवित्र संगम में स्नान कर मोक्ष की कामना करते हैं।
2. “वक्फ की जमीन” पर महाकुंभ का आयोजन क्यों विवादित है?
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी का दावा है कि महाकुंभ का आयोजन जिस जमीन पर हो रहा है, वह वक्फ की संपत्ति है। हालांकि, मुसलमानों ने इस पर आपत्ति नहीं जताई, लेकिन इस दावे ने सियासी बहस को जन्म दिया है।
3. क्या “महाकुंभ” में मुसलमानों की एंट्री प्रतिबंधित है?
भारतीय अखाड़ा परिषद ने प्रस्ताव पास किया कि महाकुंभ में केवल सनातन धर्म के अनुयायियों को ही प्रवेश दिया जाएगा। मुसलमानों की एंट्री को लेकर विवाद इस फैसले के बाद उत्पन्न हुआ है।
4. “54 विघा वक्फ जमीन” का दावा कितना सत्य है?
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी के अनुसार, प्रयागराज के एक निवासी ने इस भूमि को वक्फ संपत्ति बताया है। हालांकि, प्रशासन और अन्य संबंधित पक्षों ने अभी इस दावे की सत्यता पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
5. “मुसलमानों को कुंभ मेले में एंट्री” पर क्या विवाद है?
अखाड़ा परिषद और अन्य साधु-संतों ने कहा है कि महाकुंभ में सनातन परंपराओं और संस्कृति की सुरक्षा के लिए केवल सनातनियों को प्रवेश दिया जाएगा। इस पर मुस्लिम नेताओं ने सहिष्णुता की अपील की है और कहा है कि मुसलमानों ने आयोजन में बाधा नहीं डाली है।
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