Raipur MahadeV Ghat Punni Mela: महादेव घाट में ‘कार्तिक पुन्नी मेला’ की धूम.. बड़ी संख्या में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, जानें इस मेले का इतिहास

Raipur Mahadev Ghat Punni Mela: मेले के दौरान नदी में बने लक्ष्मण झूले को रंग-बिरंगी झालरों से सजाया गया है। भीड़ को देखते हुए सुरक्षा कारणों से लक्ष्मण झूले को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। यह पुन्नी मेला तीन दिन तक चलेगा और इसमें श्रद्धालुओं की भारी भागीदारी रहने की संभावना है।

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  • Publish Date - November 5, 2025 / 08:16 PM IST,
    Updated On - November 5, 2025 / 08:17 PM IST

Raipur MahadeV Ghat Punni Mela || Image- Social Media File

HIGHLIGHTS
  • महादेव घाट में पुन्नी मेले की धूम
  • खारुन नदी में रंगबिरंगी नावों का आकर्षण
  • श्रद्धालुओं की भारी भीड़, लक्ष्मण झूला बंद

Raipur Mahadev Ghat Punni Mela: रायपुर: राजधानी रायपुर के महादेव घाट स्थित पुन्नी मेले में आज सुबह से भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। खारुन नदी में चल रही रंगबिरंगी नावें आकर्षण का केंद्र बनी हुआ हैं। यह मेला 100 साल से अधिक पुराना ऐतिहासिक मेला है, जो हर साल कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित किया जाता है।

Mahadev Ghat Raipur Video: करते है हटकेश्वर महादेव के दर्शन

आसपास के क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा के दिन तड़के खारुन नदी में स्नान कर हाटकेश्वर महादेव का दर्शन करते हैं। बताया जाता है कि प्राचीन हटकेश्वर मंदिर का निर्माण वर्ष 1928 में करचूली शासन के समय हुआ था। यह मंदिर और मेला छत्तीसगढ़ की बड़ी आस्था का केंद्र माना जाता है।

Mahadev Ghat Mela Video Today: लक्ष्मण झूला अब भी बंद

Raipur MahadeV Ghat Punni Mela: मेले के दौरान नदी में बने लक्ष्मण झूले को रंग-बिरंगी झालरों से सजाया गया है। भीड़ को देखते हुए सुरक्षा कारणों से लक्ष्मण झूले को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। यह पुन्नी मेला तीन दिन तक चलेगा और इसमें श्रद्धालुओं की भारी भागीदारी रहने की संभावना है।

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Q1. पुन्नी मेला कब लगता है?

पुन्नी मेला हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन रायपुर के महादेव घाट में आयोजित होता है।

Q2. हटकेश्वर महादेव मंदिर कब बना था?

हटकेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण वर्ष 1928 में करचूली शासन के समय किया गया था।

Q3. लक्ष्मण झूला क्यों बंद किया गया है?

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और सुरक्षा कारणों से लक्ष्मण झूले को अस्थायी रूप से बंद किया गया।