Satellite Internet in India: Airtel के बाद Jio ने भी मिलाया एलन मस्क की कंपनी से हाथ, देशवासियों को जल्द मिलेगी सैटेलाइट इंटरनेट की सर्विस

Satellite Internet in India: जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड (JPL) और स्पेसएक्स ने भारत में स्टारलिंक की ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस उपलब्ध कराने के लिए समझौता

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  • Publish Date - March 12, 2025 / 09:22 AM IST,
    Updated On - March 12, 2025 / 09:22 AM IST

Satellite Internet in India| Photo Credit: Pinterest

HIGHLIGHTS
  • जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड (JPL) और स्पेसएक्स ने भारत में स्टारलिंक की ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस उपलब्ध कराने के लिए समझौता किया है।
  • इस समझौते के बाद अब भारत के ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों सहित पूरे देश में उपग्रह (सैटेलाइट) आधारित ब्रॉडबैंड सेवाएं मिलने लगेंगी।
  • ससे उन दुर्गम इलाकों को भी आसानी से कनेक्ट किया जा सकेगा जहां कनेक्टिविटी पहुंचाना मुश्किल काम है।

मुंबई: Satellite Internet in India: मुकेश अंबानी की जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड (JPL) और एलन मस्क की स्पेसएक्स ने भारत में स्टारलिंक की ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस उपलब्ध कराने के लिए समझौता किया है। इस समझौते के बाद अब भारत के ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों सहित पूरे देश में उपग्रह (सैटेलाइट) आधारित ब्रॉडबैंड सेवाएं मिलने लगेंगी। इससे उन दुर्गम इलाकों को भी आसानी से कनेक्ट किया जा सकेगा जहां कनेक्टिविटी पहुंचाना मुश्किल काम है। समझौते में शामिल कंपनियों में से एक जियो जहां दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल ऑपरेटर है तो वहीं स्टारलिंक दुनिया का अग्रणी लो अर्थ ऑर्बिट सैटेलाइट कॉन्स्टेलेशन ऑपरेटर है।

ऑनलाइन उपलब्ध होंगे स्टारलिंक के सॉल्युशन्स

जियो के ग्राहकों को स्टारलिंक के सॉल्युशन्स जियो-स्टोर्स के साथ ऑनलाइन भी उपलब्ध होंगे। जियो ने अपने बयान में कहा है कि स्पेसएक्स के साथ समझौते से विश्वसनीय इंटरनेट पूरे भारत में सभी उद्यमों, छोटे और मध्यम व्यवसायों और समुदायों को सुलभ कराया जा सकेगा। स्टारलिंक सबसे चुनौतीपूर्ण स्थानों पर तेज़ और किफ़ायती तरीके से हाई स्पीड इंटरनेट का विस्तार करके जियोएयरफाइबर और जियोफाइबर का पूरक साबित होगा। दोनों कंपनियां भारत के डिजिटल इको सिस्टम में सहयोग के अन्य रास्ते भी तलाश करेंगी।

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ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी की दिशा में बड़ा कदम

Satellite Internet in India: रिलायंस जियो के ग्रुप सीईओ मैथ्यू ओमन ने कहा, “हर भारतीय की किफायती और हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड तक पहुंच हो, यह जियो की सर्वोच्च प्राथमिकता है। स्टारलिंक को भारत में लाने के लिए स्पेसएक्स के साथ हमारा सहयोग हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है और सभी के लिए बिना रूकावट ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी की दिशा में एक बड़ा कदम है। जियो के ब्रॉडबैंड इकोसिस्टम में स्टारलिंक को एकीकृत करके, हम अपनी पहुंच का विस्तार कर रहे हैं और इस एआई-संचालित युग में हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड की विश्वसनीयता और पहुंच को बढ़ा रहे हैं, जिससे देश भर के समुदायों और व्यवसायों को सशक्त बनाया जा सकेगा।”

हम जियो के साथ काम करने के लिए उत्सुक: ग्वेने शॉटवेल

स्पेसएक्स के प्रेसीडेंट और मुख्य परिचालन अधिकारी ग्वेने शॉटवेल ने कहा, “हम भारत की कनेक्टिविटी को आगे बढ़ाने के लिए जियो की प्रतिबद्धता की सराहना करते हैं। हम जियो के साथ काम करने, भारत सरकार से अनुमति प्राप्त करने औ लोगों, संगठनों व व्यवसायों को स्टारलिंक की हाई-स्पीड इंटरनेट सेवाओं तक पहुँच प्रदान करने को उत्सुक हैं।” समझौता स्पेसएक्स द्वारा भारत में स्टारलिंक की सेवाएँ उपलब्ध कराने की अनुमति प्राप्त करने के अधीन है।

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एयरटेल और स्पेसएक्स के बीच भी हुआ है समझौता

Satellite Internet in India: वहीं, दूसरी तरफ जियो से पहले भारती एयरटेल ने भारत में अपने ग्राहकों के लिए स्टारलिंक की हाई-स्पीड इंटरनेट सेवाएँ लाने के लिए स्पेसएक्स के साथ एक समझौते की घोषणा की थी। यह भारत में हस्ताक्षरित पहला समझौता है, जो स्पेसएक्स को भारत में स्टारलिंक बेचने के लिए अपने स्वयं के प्राधिकरण प्राप्त करने के अधीन है। दोनों कंपनियों ने इस समझौते के तहत Starlink के माध्यम से भारत में ग्राहकों को हाई-स्पीड इंटरनेट सेवाएं देने की योजना बनाई है।

एयरटेल ने इस बारे में एक एक्सचेंज फाइलिंग में जानकारी दी है। बता दें कि, अब तक भारत में सैटेलाइट के जरिए इंटरनेट सेवाएं शुरू नहीं हुई थीं। इस साझेदारी के साथ भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। फिलहाल, भारत सरकार ने केवल भारती ग्रुप के निवेश वाले वनवेब और जियो-एसईएस के जॉइंट वेंचर जियो सैटेलाइट कम्युनिकेशंस को सैटेलाइट कम्युनिकेशन का लाइसेंस प्रदान किया है। Starlink के अलावा, ऐमजॉन ने भी सैटेलाइट इंटरनेट सेवा के लिए लाइसेंस आवेदन किया है।

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