अंबानी ने रिलायंस के लिए एआई घोषणा पत्र पेश किया, कार्यबल में 10 गुना उत्पादकता बढ़ाने का लक्ष्य

अंबानी ने रिलायंस के लिए एआई घोषणा पत्र पेश किया, कार्यबल में 10 गुना उत्पादकता बढ़ाने का लक्ष्य

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  • Publish Date - December 30, 2025 / 04:34 PM IST,
    Updated On - December 30, 2025 / 04:34 PM IST

नयी दिल्ली, 30 दिसंबर (भाषा) रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने रिलायंस एआई घोषणा पत्र का मसौदा पेश किया। इसमें समूह को कृत्रिम मेधा आधारित उन्नत प्रौद्योगिकी उद्यम बनाने की महत्वाकांक्षी योजना बनाई गई है। साथ ही छह लाख से अधिक कर्मचारियों की उत्पादकता में दस गुना सुधार करने तथा भारत की अर्थव्यवस्था पर 10 गुना प्रभाव डालने का लक्ष्य रखा गया है।

कृत्रिम मेधा (एआई) को मानव इतिहास का सबसे प्रभावशाली तकनीकी विकास बताते हुए अंबानी ने कहा कि तेल से लेकर खुदरा और दूरसंचार तक फैला यह समूह भारत की एआई क्रांति का नेतृत्व करना चाहता है, ठीक वैसे ही जैसे उसने देश के डिजिटल रूपांतरण का नेतृत्व किया था।

समूह का घोषित संकल्प ‘हर भारतीय के लिए आसानी से एआई’ उपलब्ध कराना है, जिसमें सुरक्षा, भरोसा और जवाबदेही सुनिश्चित करते हुए सभी व्यवसायों में एआई को गहराई से समाहित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, ”रिलायंस में हमने खुद को कृत्रिम मेधा आधारित उन्नत प्रौद्योगिकी कंपनी में बदलने की राह पर कदम बढ़ाया है। इस संकल्प को आगे बढ़ाने के लिए हमने रिलायंस एआई घोषण पत्र का मसौदा तैयार किया है। यह मसौदा कार्ययोजना का मार्गदर्शक है।”

घोषणा पत्र का भाग-एक आंतरिक रूपांतरण पर केंद्रित है, जिसमें एआई को किसी तकनीकी परियोजना के बजाय काम करने के नए तरीके के रूप में देखा गया है।

रिलायंस परिणामों और ‘एंड-टू-एंड’ कार्य प्रवाह के इर्द-गिर्द संचालन को पुनर्गठित करने की योजना बना रही है, जिसे साझा डिजिटल मंच और मजबूत प्रशासन का समर्थन मिलेगा। एआई और एजेंटिक ऑटोमेशन का उपयोग दोहराए जाने वाले काम को खत्म करने, निर्णय प्रक्रिया को बेहतर बनाने तथा गुणवत्ता और गति बढ़ाने में किया जाएगा। इसके साथ ही स्पष्ट मानवीय जवाबदेही बनी रहेगी।

भाग-दो में इस नजरिये को भारत के व्यापक एआई रूपांतरण तक आगे बढ़ाया गया है। अंबानी ने कहा, ”मेरा मानना है कि जैसे हम एआई के जरिए अपने कार्यप्रवाह की गति, दक्षता, गुणवत्ता और परिणामों में 10 गुना सुधार ला सकते हैं, वैसे ही अपने व्यवसायों और परोपकारी पहलों के माध्यम से भारत पर भी 10 गुना प्रभाव डाल सकते हैं।”

उन्होंने कर्मचारियों से रिलायंस के विभिन्न व्यवसायों – जियो के 50 करोड़ से अधिक उपभोक्ता आधार और देश के सबसे बड़े खुदरा नेटवर्क से लेकर ऊर्जा, सामग्री, जीवन विज्ञान, वित्तीय सेवाएं, मीडिया और परोपकार – में एआई के उपयोग पर सुझाव देने को कहा।

उन्होंने स्वदेशी एआई हार्डवेयर, रोबोटिक्स और क्रॉस-डोमेन अनुप्रयोगों में अवसरों की ओर इशारा किया, ताकि दक्षता, स्थिरता और तकनीकी आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिल सके।

दस्तावेज को नारे के बजाय कार्य-मार्गदर्शक बताते हुए अंबानी ने सभी कर्मचारियों से 10 से 26 जनवरी के बीच सुझाव देने को कहा। उन्होंने कहा कि यह घोषणा पत्र ‘नया रिलायंस और नया भारत’ बनाने की साझा प्रतिबद्धता बनेगा।

भाषा पाण्डेय रमण

रमण