नयी दिल्ली, 30 दिसंबर (भाषा) सागरमाला फाइनेंस कॉरपोरेशन ने मंगलवार को समुद्री वित्तपोषण क्षेत्र में प्रवेश की घोषणा करते हुए कहा कि उसके निदेशक मंडल ने चालू वित्त वर्ष में 4,300 करोड़ रुपये के ऋण को मंजूरी दी है।
सागरमाला फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (एसएमएफसीएल) की शुरुआत समुद्री क्षेत्र में भारत की पहली गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) के रूप में हुई थी।
एसएमएफसीएल ने एक बयान में कहा, ”चालू वित्त वर्ष में वितरण के लिए स्वीकृत 4,300 करोड़ रुपये के इस ऋण सहित, कंपनी का लक्ष्य 2025-26 में अपने ऋण पोर्टफोलियो का आकार 8,000 करोड़ रुपये तक पहुंचाने का है।”
कंपनी ने उम्मीद जताई कि प्रमुख रेटिंग एजेंसियों से उसे जल्द रेटिंग मिल जाएगी, जिससे उधारी लागत को अनुकूल बनाने में मदद मिलेगी।
एसएमएफसीएल ने बताया कि कंपनी की यह महत्वाकांक्षी रणनीति पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के मजबूत समर्थन और विश्वास से समर्थित है। मंत्रालय ने 25,000 करोड़ रुपये के प्रमुख समुद्री विकास कोष के गठन और परिचालन समन्वय के लिए एसएमएफसीएल को नोडल एजेंसी नामित किया है।
बयान में कहा गया कि एसएमएफसीएल समुद्री क्षेत्र के पूरे दायरे में कार्यरत सभी पात्र सरकारी और निजी क्षेत्र की इकाइयों को उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप ऋण देगी। वह अल्पकालिक, मध्यम अवधि और दीर्घकालिक सहित सभी प्रकार के ऋण देगी।
एसएमएफसीएल को पहले सागरमाला डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड के नाम से जाना जाता था, और यह समुद्री क्षेत्र के लिए विशेष रूप से स्थापित भारत की पहली गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी है।
भाषा पाण्डेय रमण
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