राज्यों में लॉकडाउन हटने के साथ आर्थिक गतिविधि में दिखने लगे सुधार के संकेत: फिक्की

राज्यों में लॉकडाउन हटने के साथ आर्थिक गतिविधि में दिखने लगे सुधार के संकेत: फिक्की

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  • Publish Date - June 21, 2021 / 12:48 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:50 PM IST

नयी दिल्ली, 21 जून (भाषा) कोविड-19 मामलों में आयी कमी से राज्यों में लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के साथ आर्थिक गतिविधि में सुधार के तत्काल संकेत मिल रहे हैं। इससे कंपनियों को अगले छह से 12 महीने में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आयी।

फिक्की और ध्रुवा एडवाइजर्स द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में हिस्सा लेने वाली 212 कंपनियों में से करीब 60 प्रतिशत कंपनियों ने कहा कि राज्य स्तर पर लगाए गए लॉकडाउन से उनके कारोबार पर काफी असर पड़ा।

सर्वेक्षण के मुताबिक देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग तरह के प्रतिबंध लगने और महामारी की दूसरी लहर की प्रचंडता की वजह से उपभोक्ताओं की भावना पर असर पड़ने के साथ कंपनियों ने मांग में स्पष्ट रूप से कमी का सामना किया।

इसमें कहा गया कि इस बार न केवल शहरी इलाकों में मांग पर असर पड़ा बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी मांग संकुचित हुई।

सर्वेक्षण के अनुसार, ‘जहां दूसरी लहर की वजह से लगाए गए लॉकडाउन का व्यापारिक इकाइयों पर असर साफ दिख रहा है, अब उम्मीद की एक किरण नजर आ रही है। अलग-अलग राज्यों में लॉकडाउन हटने के साथ, आर्थिक गतिविधि में सुधार के तत्काल संकेत मिल रहे हैं।’

फिक्की ने कहा कि कोविड-19 के नये मामलों की संख्या कम होने और राज्यों में लॉकडाउन हटने के साथ, उम्मीद है कि आने वाले महीनों में कारोबार एवं आर्थिक गतिविधियां एक बार फिर सामान्य हो जाएंगी।

संगठन ने कहा कि अगर देश को कोविड-19 को हराना है तो हमें टीकाकरण की रफ्तार तेज करनी होगी और आने वाली लहरों से निपटने के लिए पांच उपाय करने होंगे। इनमें – छोटे शहरों एवं ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य ढांचे में निवेश करना, आवश्यक दवाओं का पर्याप्त भंडार बनाए रखना, नवनिर्मित अस्थायी प्रतिष्ठानों को जारी रखना, जांच क्षमता से जुड़े ढांचे को मजबूत करना और सरकार के वित्तपोषण के साथ टीका विनिर्माण के लिए एक राष्ट्रीय प्रतिष्ठान की स्थापना करना शामिल हैं।

सर्वेक्षण में हवाईअड्डों, रेल स्टेशनों, बस डिपो, स्कूलों एवं ग्राम पंचायत घरों में टीकाकरण सुविधा उपलब्ध कराने, झुग्गी-बस्ती इलाकों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण के लिए मोबाइल वाहनों की व्यवस्था करने, बुजुर्गों एवं शारीरिक रूप से अशक्त लोगों के लिए घरों पर ही टीकाकरण की सुविधा की योजना बनाने के भी सुझाव दिए गए।

भाषा

प्रणव महाबीर

महाबीर