नयी दिल्ली, 15 दिसंबर (भाषा) देश का निर्यात अक्टूबर की गिरावट से उबरते हुए नवंबर महीने में 19.37 प्रतिशत बढ़कर 38.13 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इस दौरान इंजीनियरिंग एवं इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों का निर्यात बढ़ने से देश का व्यापार घाटा पांच महीने के निचले स्तर 24.53 अरब डॉलर पर आ गया।
वाणिज्य मंत्रालय ने सोमवार को नवंबर के व्यापार आंकड़े जारी करते हुए कहा कि इस दौरान देश का आयात 1.88 प्रतिशत घटकर 62.66 अरब डॉलर रहा। सोना, कच्चा तेल, कोयला और कोक के आयात में कमी आने से कुल आयात में गिरावट आई।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर में सोने का आयात 59.15 प्रतिशत घटकर चार अरब डॉलर रहा, जबकि कच्चे तेल का आयात 11.27 प्रतिशत घटकर 14.11 अरब डॉलर हो गया।
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-नवंबर अवधि में निर्यात 2.62 प्रतिशत बढ़कर 292.07 अरब डॉलर और आयात 5.59 प्रतिशत बढ़कर 515.21 अरब डॉलर रहा। इस दौरान देश का कुल व्यापार घाटा 223.14 अरब डॉलर रहा।
वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल ने कहा कि नवंबर में निर्यात ने अक्टूबर में हुए नुकसान की भरपाई की। उन्होंने कहा, ‘नवंबर का महीना निर्यात के लिहाज से अच्छा रहा।’
उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियरिंग, रसायन, आभूषण और पेट्रोलियम उत्पाद जैसे क्षेत्रों ने निर्यात बढ़ाने में मदद की। पेट्रोलियम उत्पाद का निर्यात 11.65 प्रतिशत बढ़कर 3.93 अरब डॉलर हो गया।
इसके अलावा, चाय, कॉफी, लौह अयस्क, काजू, डेयरी, हस्तशिल्प, समुद्री उत्पाद और चमड़े के उत्पादों में भी सकारात्मक वृद्धि दर्ज हुई।
हालांकि, पिछले महीने चावल, तिलहन, कालीन और प्लास्टिक के निर्यात में गिरावट आई।
अग्रवाल ने कहा कि 25,060 करोड़ रुपये के निर्यात संवर्धन मिशन के लिए विस्तृत दिशानिर्देश तैयार करने का काम अंतिम चरण में है और इसके कुछ घटक इसी सप्ताह जारी कर दिए जाएंगे।
हालांकि वाणिज्य सचिव ने कहा कि यह कदम अमेरिका की तरफ से भारतीय उत्पादों पर लगाए गए 50 प्रतिशत शुल्क से निपटने के लिए शायद पर्याप्त न हो। लेकिन इससे निर्यातकों को नकदी मुहैया कराने में थोड़ी राहत मिलेगी।
निर्यातकों के राष्ट्रीय महासंघ फियो के अध्यक्ष एस.सी. रल्हन ने कहा कि अप्रैल–नवंबर 2025 में अमेरिका उच्च सीमा शुल्क लगाने के बावजूद भारत का प्रमुख निर्यात गंतव्य बना रहा। उन्होंने कहा कि निर्यात बाजारों का विविधीकरण और प्रमुख क्षेत्रों की मजबूती ने निर्यात वृद्धि को समर्थन दिया है।
नवंबर में सेवा निर्यात का अनुमानित मूल्य 35.86 अरब डॉलर रहा, जो पिछले साल इसी महीने 32.11 अरब डॉलर था।
चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों में कुल सेवा निर्यात 270 अरब डॉलर रहा, जबकि अप्रैल–नवंबर 2024 में यह 248.56 अरब डॉलर था।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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