श्रीनगर, 27 दिसंबर (भाषा) पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को यूरोपीय संघ और अमेरिका के साथ किसी भी मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) का विरोध करते हुए कहा कि न्यूजीलैंड के साथ हुआ इसी तरह का समझौता कश्मीर के सेब उत्पादकों के लिए नुकसानदेह साबित हुआ था, क्योंकि इससे उन्हें अनुचित आयातों के खतरे का सामना करना पड़ा।
महबूबा ने कहा कि अगर सेब के आयात शुल्क में कमी की जाती है और बाजार में विदेशी सेब भर दिए जाते हैं, तो इससे जम्मू-कश्मीर की बागवानी उद्योग की नींव कमजोर हो सकती है।
उन्होंने कहा कि यह केवल फल का मामला नहीं है, बल्कि लाखों परिवारों की आजीविका का भी मामला है।
मुफ्ती ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से आग्रह किया कि इस मुद्दे को केंद्र सरकार के पास उठाया जाए ताकि घाटी के फल उत्पादकों की सुरक्षा की जा सके।
महबूबा मुफ्ती ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ”मैं इस बात को लेकर गहरी चिंता में हूं कि यूरोप, अमेरिका और चिली के साथ होने वाले मुक्त व्यापार समझौतों में सेब के आयात शुल्क में कमी की जा सकती है। इससे भारत-न्यूजीलैंड एफटीए जैसी स्थिति दोहराई जाएगी। पहले ही 25 प्रतिशत शुल्क में कटौती से कश्मीर के सेब उत्पादकों को नुकसान हुआ है और उन्हें अनुचित आयात का सामना करना पड़ा।”
उन्होंने कहा कि बाजार में अधिक आयातित सेब भरने से 15 लाख परिवारों की आजीविका पर असर पड़ेगा और मुख्यमंत्री को तुरंत इसे केंद्र सरकार के सामने उठाना चाहिए।
भाषा योगेश पाण्डेय
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