नयी दिल्ली, सात अगस्त (भाषा) भारतीय खुदरा बाजार दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है, जिसके 2027 तक 1,400 अरब अमेरिकी डॉलर के आंकड़े को पार कर जाने की उम्मीद है। रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) की नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
आरआईएल देश की अग्रणी खुदरा कंपनी रिलायंस रिटेल का संचालन करती है।
रिपोर्ट में कहा गया, भारत 2030 तक तीसरा सबसे बड़ा खुदरा बाजार बनने की ओर अग्रसर है। इस वृद्धि को बढ़ते शहरीकरण, बढ़ती आय के स्तर, महिला कार्यबल का विस्तार और आकांक्षी युवा आबादी जैसे कारकों से बल मिलेगा।
इसके अलावा प्रीमियम तथा लक्जरी उत्पादों की बढ़ती मांग इस वृद्धि को और बढ़ावा देती है, जो बढ़ती खर्च योग्य आय के साथ विकसित होती प्राथमिकताओं को दर्शाती है। यह वृद्धि विभिन्न शहरी वर्गों तक फैली हुई है, जिससे कई स्थानीय, क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय ब्रांड और निर्माता लाभान्वित हो रहे हैं।
रिलायंस ने कहा, ‘‘ वे विविध बाजारों के उपभोक्ताओं से जुड़ रहे हैं और भारत की जारी वृद्धि गाथा में सक्रिय रूप से भागीदार बन रहे हैं।’’
किराना, फैशन व लाइफस्टाइल (जीवनशैली) तथा उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक जैसे क्षेत्रों की तेजी से बढ़ते भारतीय खुदरा बाजार में 90 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी है।
रिपोर्ट में कहा गया, उद्योगपति मुकेश अंबानी नीत आरआईएल की खुदरा इकाई रिलायंस रिटेल वेंचर लिमिटेड (आरआरवीएल) इस क्षेत्र को लेकर ‘‘प्रतिबद्ध’’ है और इसने पिछले कुछ वर्षों में खुदरा मूल्य श्रृंखला में ‘‘पर्याप्त निवेश’’ किया है।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 में तीन लाख करोड़ रुपये के राजस्व का आंकड़ा पार किया। साथ ही रिकॉर्ड 1.2 अरब ग्राहक लेनदेन देखे।
रिलायंस रिटेल के 18,836 स्टोर पर एक अरब से अधिक ग्राहक आए और इसका पंजीकृत ग्राहक आधार बढ़कर 30 करोड़ हो गया।
इसमें कहा गया, ‘‘ रिलायंस भारत की सबसे बड़ी खुदरा विक्रेता है और शीर्ष 100 वैश्विक खुदरा विक्रेताओं में शामिल होने वाली एकमात्र भारतीय कंपनी है।’’
भाषा निहारिका अजय
अजय अनुराग
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