मुंबई, 15 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र सरकार ने 31,955 करोड़ रुपये के निवेश से चार पंप भंडारण जलविद्युत परियोजनाओं के विकास के लिए मंगलवार को चार निजी कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
इन परियोजनाओं से कुल 6,450 मेगावाट बिजली पैदा होगी। साथ ही इनसे 15,000 नई नौकरियां पैदा होने का अनुमान है।
आधिकारिक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में हुए इस करार से महाराष्ट्र देश में पंप भंडारण के क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में उभरकर सामने आएगा।
इन परियोजनाओं के चालू होने से महाराष्ट्र को वर्ष 2030 तक 50 प्रतिशत से अधिक बिजली नवीकरणीय स्रोतों से प्राप्त करने और शून्य-कार्बन उत्सर्जन के राष्ट्रीय लक्ष्य की ओर बढ़ने में मदद मिलेगी।
महाराष्ट्र सरकार ने ये एमओयू ग्रीनको, अदाणी हाइड्रो एनर्जी, ऋत्विक कोल्हापुर पीएसपी और वाटरफ्रंट कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के साथ किए हैं। ये कंपनियां छत्रपति संभाजीनगर, अमरावती, कोल्हापुर और रत्नागिरी में परियोजनाएं लगाएंगी।
बयान के मुताबिक, इन चार समझौतों के साथ महाराष्ट्र में कुल पंप भंडारण परियोजनाओं की संख्या 50 हो गई है जिनकी संयुक्त क्षमता 68,815 मेगावाट और अनुमानित निवेश 3.75 लाख करोड़ रुपये है।
इन सभी परियोजनाओं से 1.11 लाख से अधिक रोजगार सृजित होने की उम्मीद है।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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