मुंबई, 23 दिसंबर (भाषा) देश में निजी इक्विटी (पीई) और उद्यम पूंजी (वीसी) निवेश नवंबर में 31 प्रतिशत बढ़कर 5.6 अरब डॉलर हो गया। मंगलवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
उद्योग के लिए जनसंपर्क का काम करने वाला समूह आईवीसीए और सलाहकार कंपनी ईवाई ने यह रिपोर्ट संयुक्त रूप से तैयार की है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी से नवंबर 2025 तक कुल निवेश 49.3 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले वर्ष के 56.2 अरब डॉलर के कुल निवेश का 88 प्रतिशत है।
नवंबर में कुल सौदों की संख्या 101 रही जो पिछले वर्ष के मुकाबले स्थिर एवं अक्टूबर के 109 सौदों से थोड़ा कम है।
ईवाई इंडिया में साझेदार विवेक सोनी ने कहा कि कुल सौदे पिछले वर्ष के स्तर के अनुरूप या उससे थोड़ा कम रहने की संभावना है।
उन्होंने कहा, ‘मूल्य निर्धारण उच्च है और निवेशक और विक्रेता की अपेक्षित कीमतों में अंतर सौदा जल्दी पूरा होने में बाधा डाल रहा है। सौदे तेजी से बंद करने में बाधा बन रहा है। अमेरिका-भारत एफटीए से निवेशक जोखिम सहनशीलता में सुधार की उम्मीद है।’
नवंबर में सबसे बड़ा निवेश नियंत्रक हिस्सेदारी खरीद में हुआ, जिसकी राशि 2.1 अरब डॉलर रही। स्टार्टअप निवेश 1.7 अरब डॉलर रहा, जिसमें 56 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि वृद्धि के लिए निवेश 81.1 करोड़ डॉलर रहा।
क्षेत्रवार नजरिये से देखें तो रियल एस्टेट क्षेत्र में 3.7 अरब डॉलर निवेश हुआ जबकि ढांचागत क्षेत्र में 53.1 करोड़ डॉलर और वित्तीय सेवा क्षेत्र में 48.4 करोड़ डॉलर निवेश हुआ। तीनों क्षेत्रों में कुल पीई/वीसी निवेश का 84 प्रतिशत हिस्सा शामिल है।
नवंबर में कुल 23 निवेशकों ने उद्यमों से 3.2 अरब डॉलर की निकासी की। आईपीओ के जरिये सबसे अधिक 1.5 अरब डॉलर की निकासी हुई।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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