पंजाब-हरियाणा से महज 72 घंटे के भीतर किसानों से करीब 16,400 टन धान की हुई खरीदी

पंजाब-हरियाणा से महज 72 घंटे के भीतर किसानों से करीब 16,400 टन धान की हुई खरीदी

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  • Publish Date - September 29, 2020 / 03:38 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:28 PM IST

नयी दिल्ली: केंद्र ने मंगलवार को कहा कि पंजाब और हरियाणा में किसानों से पिछले 72 घंटों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 31 करोड़ रुपये के 16,420 टन धान की खरीद की गई है, जबकि बाकी राज्यों में खरीद का काम अभी शुरु ही हुआ है। नवीनतम खरीद आंकड़ों के साथ, सरकार का लक्ष्य नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले किसानों को संदेश देना है कि उसका एमएसपी में खरीद को समाप्त करने का कोई इरादा नहीं है।

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पंजाब और हरियाणा और कई अन्य राज्यों में किसान नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं, जिसके बारे में उन्हें लगता है कि खरीद का काम अब कॉर्पोरेट्स के हाथों में चला जायेगा और एमएसपी व्यवस्था की समाप्ति हो जायेगी। केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि खरीफ फसलों की आवक अभी शुरू हुई है और सरकार मौजूदा योजनाओं के अनुसार किसानों से एमएसपी पर वर्ष 2020-21 के धान जैसी खरीफ फसलों की खरीद जारी रखे हुए है।

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पंजाब और हरियाणा में 26 सितंबर से धान की खरीद शुरू हुई, जबकि अन्य राज्यों में यह 28 सितंबर से शुरू हुई। अकेले पंजाब और हरियाणा में, 1,888 रुपये के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कुल 31 करोड़ रुपये के लगभग 16,420 टन धान की खरीद की गई है। इसमें से हरियाणा में लगभग 3,164 टन धान खरीदा गया है, जबकि पंजाब में 1,443 किसानों से 13,256 टन धान खरीदी गई है। चालू वर्ष के लिए, सरकार ने धान का एमएसपी (सामान्य ग्रेड) 1,868 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है, जबकि ए ग्रेड किस्म 1,888 रुपये प्रति क्विंटल तय की है।

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सरकार ने मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना और हरियाणा के लिए 14.09 लाख टन खरीफ दलहनों और तिलहनों की खरीद के लिए भी मंजूरी दी है। बयान में कहा गया है कि पीएसएस के तहत प्रस्ताव प्राप्त होने पर अन्य राज्यों के लिए भी मंजूरी दी जाएगी। पीएसएस, अधिसूचित फसल कटाई अवधि में मंडी कीमतों के एमएसपी से कम होने की स्थिति में लागू होती है। सरकार ने 29 सितंबर तक, अपनी नोडल एजेंसियों के माध्यम से, एमएसपी पर 33 लाख रुपये के 46.35 टन मूंग की खरीद की है, जिससे तमिलनाडु के 48 किसानों को फायदा हुआ है।

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इसी प्रकार, कर्नाटक और तमिलनाडु में 52.40 करोड़ रुपये की 5,089 टन ​​नारियल गरी (बारहमासी फसल) की एमएसपी पर खरीद की गई है जिससे 3,961 किसान लाभान्वित हुए हैं। बयान में कहा गया है कि कपास की खरीद एक अक्टूबर से शुरू होगी।

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