परमार्थ कार्यों में लगातार दूसरे साल सबसे उदार भारतीय बने शिव नादर: रिपोर्ट |

परमार्थ कार्यों में लगातार दूसरे साल सबसे उदार भारतीय बने शिव नादर: रिपोर्ट

परमार्थ कार्यों में लगातार दूसरे साल सबसे उदार भारतीय बने शिव नादर: रिपोर्ट

:   Modified Date:  November 2, 2023 / 07:09 PM IST, Published Date : November 2, 2023/7:09 pm IST

मुंबई, दो नवंबर (भाषा) सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शिव नादर ने परमार्थ कार्यों के मामले में इस साल भी ‘सबसे उदार भारतीय’ के रूप में अपना स्थान बरकरार रखा है। जरूरतमंदों के लिये उनका योगदान इस दौरान 76 प्रतिशत बढ़कर 2,042 करोड़ रुपये रहा।

एडेलगिव हुरुन इंडिया की बढ़-चढ़कर परमार्थ कार्य करने वालों की इस साल की सूची के अनुसार इस दौरान विप्रो के अजीम प्रेमजी का दान 267 प्रतिशत बढ़कर 1,774 करोड़ रुपये रहा और वह सूची में दूसरे स्थान पर रहे।

सबसे अमीर भारतीय मुकेश अंबानी ने इस साल 376 करोड़ रुपये का दान जरूरतमंदों के लिये दिया। यह पिछले साल से आठ प्रतिशत कम है। वह सूची में तीसरे सबसे उदार व्यक्ति बने रहे।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक की संपत्ति इस दौरान दो प्रतिशत बढ़कर 8.08 लाख करोड़ रुपये हो गई।

दूसरे सबसे अमीर भारतीय गौतम अडाणी दो स्थान ऊपर चढ़कर सूची में पांचवें सर्वाधिक उदार भारतीय बन गये। उन्होंने जरूरतमंदों की मदद के लिये 285 करोड़ रुपये का योगदान दिया, जो पिछले साल से 50 प्रतिशत ज्यादा है।

हुरुन की हाल की रिपोर्ट में अडाणी की संपत्ति 4.74 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है।

हुरुन की अक्टूबर में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, नादर की संपत्ति 2.28 लाख करोड़ रुपये आंकी गई थी और वह सॉफ्टवेयर उद्योग के चौथे सबसे अमीर भारतीय थे। वहीं विप्रो के प्रेमजी 30,000 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ 58वें स्थान पर थे।

आदित्य बिड़ला समूह के कुमार मंगलम बिड़ला ने 287 करोड़ रुपये के दान के साथ चौथे सबसे उदार भारतीय के रूप में अपना स्थान बरकरार रखा।

रिपोर्ट के अनुसार, कुछ व्यक्तियों और परिवारों ने दान देने वालों की सूची में शीर्ष 10 में जगह बनाने के मामले में छलांग लगायी है। इसमें बजाज परिवार के साथ-साथ साइरस एस पूनावाला और अदार पूनावाला और रोहिणी नीलेकणि भी शामिल हैं।

हुरुन इंडिया के मुख्य शोधकर्ता और प्रबंध निदेशक अनस रहमान जुनैद ने कहा कि जैसे-जैसे धन का विस्तार हो रहा है, पारिवारिक स्तर पर परमार्थ कार्य बढ़ रहे हैं। भोजन, कपड़े और छात्रवृत्ति जैसी आवश्यक चीजें प्रदान करने के कार्यों से लेकर ये लोग नये और विकास की रफ्तार में पीछे रह गये क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि सूची का प्राथमिक लक्ष्य दूसरे की मदद के लिये गये गये प्रयासों को स्वीकार करना है और यह सुनिश्चित करना है कि उनका प्रभाव समाज के हर वर्ग तक पहुंचे।

महिलाओं में रोहिणी नीलेकणि परमार्थ कार्यां में सबसे उदार महिला रही। इसके अलावा, थर्मेक्स की अनु आगा और लीना गांधी तिवारी सहित अन्य लोग भी दान देने वालों की सूची में शामिल हैं।

शेयर बाजार में कारोबार की सुविधा देने वाली कंपनी जेरोधा के 37 वर्षीय सह-संस्थापक निखिल कामत सूची में सबसे कम उम्र के दानदाता हैं। कामत बंधुओं ने कुल 110 करोड़ रुपये जरूरतमंदों के लिये दिये।

एलएंडटी के ए एम नाइक 150 करोड़ रुपये के दान के साथ पेशेवरों में सबसे बड़े दानकर्ता रहे। उन्हें दानदाताओं की सूची में 11वां स्थान मिला।

रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे चार व्यक्ति हैं, जिन्होंने 100 करोड़ रुपये और उससे अधिक का वार्षिक दान दिया। सूची में कुल 119 व्यक्ति और परिवार शामिल हैं।

भाषा रमण

रमण अजय

अजय

 

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