नयी दिल्ली, 29 सितंबर (भाषा) रियल एस्टेट कंपनी सिग्नेचर ग्लोबल ने निर्माण के समय होने वाले वायु प्रदूषण को कम करने के लिए एक प्रायोगिक अध्ययन करने को लेकर डब्ल्यूआरआई इंडिया के साथ साझेदारी की है।
कंपनी ने सोमवार को एक बयान में कहा कि उसने रियल एस्टेट क्षेत्र में वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए पहले ही वायु गुणवत्ता निगरानी सेंसर लगाने, समय-समय पर जल छिड़काव, सामग्री को ढकने और साइट कर्मचारियों की क्षमता निर्माण जैसे कदम उठाए हैं।
डब्ल्यूआरआई इंडिया के साथ यह नयी प्रायोगिक परियोजना इन प्रयासों को और मजबूत करेगा।
सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लि. के सह-संस्थापक और उपाध्यक्ष ललित कुमार अग्रवाल ने कहा, ‘‘डब्ल्यूआरआई इंडिया के साथ इस साझेदारी के माध्यम से, हमारा लक्ष्य यह प्रदर्शित करना है कि कैसे डेटा-संचालित दृष्टिकोण, धूल को कम करने को अधिक प्रभावी और मापनयोग्य बना सकते हैं।’’
यह प्रायोगिक अध्ययन सिग्नेचर ग्लोबल की नई परियोजना डैक्सिन में किया जाएगा।
बयान में कहा गया है कि परियोजना स्थल पर कम लागत वाले सेंसर लगाए जाएंगे ताकि धूल नियंत्रण के विभिन्न उपायों के प्रभाव को रिकॉर्ड किया जा सके और यह पता लगाया जा सके कि साइट-स्तरीय निर्णय लेने में इन सेंसरों का सर्वोत्तम उपयोग कैसे किया जा सकता है।
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