(Silver Rate 30 December 2025/ Image Credit: IBC24 News)
नई दिल्ली: Silver Rate 30 December 2025: चांदी की कीमतों ने इस साल 2025 में वैश्विक बाजारों में जबरदस्त तेजी दिखाई थी। सेंट्रल बैंक की खरीदारी, ETF में इनफ्ला और यूएस फेडरल रिजर्व की तीन रेट कट से चांदी की मांग और कीमतों में मजबूती बनी रही। वहीं, हाल ही में यह तेजी अचानक धीमी पड़ गई है और आज दिल्ली में चांदी की कीमत में 18,000 रुपये प्रति किलोग्राम की भारी गिरावट देखने को मिली है।
पिछले दो दिनों में चांदी की कीमतों में लगभग 22,000 रुपये की गिरावट देखने को मिली। चेन्नई में आज एक दिन में ही 23,000 रुपये प्रति किलो की गिरावट दर्ज की गई है। इस गिरावट ने निवेशकों में बेचैनी पैदा कर दी है, क्योंकि 2025 की शानदार रैली के बाद अचानक इतनी तेज गिरावट आम बात नही है।
| मात्रा | आज का भाव (₹) | कल का भाव (₹) | बदलाव (₹) |
| 1 ग्राम | 240 | 258 | -18 |
| 8 ग्राम | 1,920 | 2,064 | -144 |
| 10 ग्राम | 2,400 | 2,580 | -180 |
| 100 ग्राम | 24,000 | 25,800 | -1,800 |
| 1 किलोग्राम | 2,40,000 | 2,58,000 | -18,000 |
आज भारत में चांदी की कीमतों में भारी कमी आई है। 1 ग्राम चांदी का भाव 240 रुपये है, जो कल से 18 रुपये कम है। वहीं, 1 किग्रा चांदी का भाव 2,40,000 रुपये पर आ गया है, जो कल की तुलना में 18,000 रुपये कम है। कल 29 दिसंबर को चांदी की कीमत 2,58,000 रुपये थी, यानी आज कुल गिरावट लगभग 18,000 रुपये रही।
| दिनांक | 10 ग्राम (₹) | 100 ग्राम (₹) | 1 किग्रा (₹) | बदलाव (₹) |
| 30 दिसंबर 2025 | 2,400 | 24,000 | 2,40,000 | -18,000 |
| 29 दिसंबर 2025 | 2,580 | 25,800 | 2,58,000 | -4,000 |
| 28 दिसंबर 2025 | 2,620 | 26,200 | 2,62,000 | 0 |
| 27 दिसंबर 2025 | 2,620 | 26,200 | 2,62,000 | 22,000 |
| 26 दिसंबर 2025 | 2,400 | 24,000 | 2,40,000 | 6,000 |
| 25 दिसंबर 2025 | 2,340 | 23,400 | 2,34,000 | 1,000 |
| 24 दिसंबर 2025 | 2,330 | 23,300 | 2,33,000 | 10,000 |
| 23 दिसंबर 2025 | 2,230 | 22,300 | 2,23,000 | 4,000 |
| 22 दिसंबर 2025 | 2,190 | 21,900 | 2,19,000 | 5,000 |
| 21 दिसंबर 2025 | 2,140 | 21,400 | 2,14,000 | 0 |
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी ने हाल ही में गिरावट दिखाई है। पिछले सेशन में लगभग 9% की गिरावट के बाद चांदी 73 डॉलर प्रति औंस के आसपास ट्रेड कर रही थी। यह गिरावट तकनीकी संकेतकों और कम लिक्विडिटी की वजह से हुई, जिससे कीमतों में तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। वहीं, सोना इस दौरान थोड़ा स्थिर रहा। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तेजी और गिरावट के बीच निवेशकों को भावनाओं में बहकर निर्णय नहीं लेना चाहिए।