नयी दिल्ली, 10 अक्टूबर (भाषा) पूर्वी अफ्रीकी देश तंजानिया ने मंगलवार को भारत से निवेश बढ़ाने का अनुरोध करते हुए कहा कि वह निजी क्षेत्र को आकर्षित करने के लिए एक मजबूत प्रोत्साहन पैकेज और कारोबारी सुगमता देता है।
भारत दौरे पर आईं तंजानिया की राष्ट्रपति सामिया सूलुहू हसन ने दोनों देशों के कारोबारी दिग्गजों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत उनके देश के शीर्ष पांच निवेशकों में से एक है। भारत का विनिर्माण, रियल एस्टेट, परिवहन, पर्यटन, कृषि और मानव संसाधन सेवाओं जैसे विभिन्न क्षेत्रों में निवेश है।
हसन ने कहा, ‘‘रणनीतिक रूप से पूर्वी अफ्रीका में स्थित तंजानिया 6.1 करोड़ लोगों का एक बाजार है। इसने अफ्रीकी महाद्वीपीय मुक्त व्यापार क्षेत्र (एएफसीएफटीए) पर हस्ताक्षर भी किए हैं…इसलिए समूचे बाजार का फायदा उठाने के लिए आप तंजानिया में निवेश करें।“
मेहमान राष्ट्रपति ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए कहा कि पंजीकरण प्रक्रिया को आसान बना दिया गया है और उनका देश निवेशकों के लिए एक मजबूत प्रोत्साहन पैकेज भी देता है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम वर्ष 2025 के अंत तक 15 अरब डॉलर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का लक्ष्य रख रहे हैं। हमने तंजानिया को बेहतरीन निवेश गंतव्य बनाने के लिए कई काम किए हैं… हमारे दरवाजे आपके स्वागत के लिए खुले हैं।’’
दोनों देशों के बीच आपसी व्यापार वित्त वर्ष 2022-23 में 6.5 अरब डॉलर रहा जो उसके एक साल पहले 4.58 अरब डॉलर था।
इस अवसर पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पर्यटन, कृषि, स्वास्थ्य सेवा, औषधि और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए दोनों देशों में व्यापक अवसर हैं।
तंजानिया की राष्ट्रपति भारत के चार-दिन के दौर पर रविवार को यहां पहुंचीं। उनके साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है।
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