Adani Group Companies: अडानी समूह पर दावा करने वाली कंपनी कंपनी फिच ग्रुप ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है। फिच ग्रुप की यूनिट क्रेडिट साइट ने कुछ समय पहले ये जानकारी दी थी कि अडानी ग्रुप की कंपनियां कर्ज में डूबी हुई है। लेकिन अब कंपनी नें अपनी रिपोर्ट में खामियों को स्वीकार करते हुए कहा है कि अडानी समूह की कंपनियों को लेकर उसके कैलकुलेशन में एरर था। रिसर्च फर्म ने कहा है कि उसने अडानी समूह के वित्त और दूसरे अधिकारियों से बात की है और अडानी पावर और अडानी ट्रांसमिशन के आंकड़ों को ठीक कर लिया है। बताए गए आकड़ो में दो अंको की वजह से लगभग 90 अरब रुपये का फर्क आ गया था।
इस कंपनी ने जारी की नई लिस्ट
क्रेडिटसाइट्स ने कहा है कि कंपनी पर बहुत ज्यादा कर्ज नहीं है और पूरी तरह कर्ज के जरिए कंपनी के विस्तार योजना की फंडिंग नहीं की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी ने इसी वर्ष कई डील की घोषणा की है। अडानी ट्रांसमिशन के लिए क्रेडिटसाइट्स ने कर्ज और ब्याज, टैक्स, टैक्स बिफोर इनकम या एबिटा आय (EBITDA) तो 42 अरब रुपये से सुधार कर 52 अरब रुपये कर दिया है। वहीं अडानी पावर के लिए कुल कर्ज को 582 अरब रुपये से घटाकर 489 अरब रुपये कर दिया है। कंपनी ने नई लिस्ट जारी कर दी है लेकिन यह लिस्ट केवल कंपनी के ऑफिसिल और इंवेस्टर ही देख पाएंगे।
खारिज कर दी थी रिपोर्ट
इससे पहले अडानी ग्रुप ने भारी कर्ज में होने वाली रिपोर्ट को खारिज कर दिया था। अडानी ग्रुप ने कहा है कि ऑपरेशनल प्रॉफिट के अनुपात में उसके शुद्ध कर्ज की स्थिति सुधरी है और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से लिए गए आधे से ज्यादा कर्ज को उसने चुका दिया है। अडानी ग्रुप ने कहा कि वित्त वर्ष 2015-16 में उसकी कंपनियों के कुल कर्ज में सार्वजनिक बैंकों से लिए गए कर्ज का अनुपात 55 फीसदी पर था। जो 2021-22 में घटकर कुल कर्ज का सिर्फ 21 फीसदी रह गया है।